आइए जानते हें हरतालिका तीज क्यों मनाई जाती हैं, कौन से बन रहे 3 दुर्लभ योग और क्या है शुभ मुहूर्त…

KNEWS DESK- हरतालिका तीज का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और इसे मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह व्रत देवी पार्वती और भगवान शिव के मिलन की कथा से जुड़ा हुआ है। इस बार 6 सितंबर को ये तिथि पड़ रही है| पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी। उनकी तपस्या इतनी कठिन थी कि उन्होंने अन्न-जल त्याग कर केवल भगवान शिव की आराधना की। माता पार्वती की इस अटूट भक्ति और संकल्प से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें पत्नी रूप में स्वीकार किया।

Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज जानिए इस शुभ त्यौहार का महत्व, तिथि और महत्व

‘हरतालिका’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है – ‘हरित’ और ‘आलिका’, जिसका अर्थ है ‘हरण करना’ और ‘सखी’। इस व्रत का नाम इस कथा से जुड़ा है कि पार्वती जी की सखियों ने उनका हरण कर उन्हें एक घने जंगल में छिपा दिया ताकि उनका विवाह भगवान विष्णु से न हो सके, जैसा उनके पिता हिमालय चाहते थे। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं, ताकि उन्हें अपने वैवाहिक जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त हो। यह व्रत विशेष रूप से उत्तर भारत, नेपाल और राजस्थान में बहुत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है, और यह नारी शक्ति, समर्पण और अटूट प्रेम का प्रतीक है।

आइये जानते हैं इन 3 योग के बारे में-

1- शुक्ल योग- यह योग अत्यंत शुभ माना जाता है, जिसे चंद्रमा की शुद्धता के समान पवित्र कहा गया है। माना जाता है कि यदि आप इस योग में पूजा करते हैं, तो फल प्राप्ति की संभावना सबसे अधिक होती है। ज्योतिषियों के अनुसार, यह दुर्लभ योग फल प्राप्ति की गारंटी समझा जाता है।

2- ब्रह्मा योग- ब्रह्मा योग को ज्ञान का स्रोत माना जाता है और इसे दुर्लभ योगों में से एक कहा जाता है। इस शक्तिशाली योग में अगर आप पूरी श्रद्धा और विश्वास से पूजा करते हैं, तो स्वास्थ्य, बुद्धि, धन, और शक्ति प्राप्त होती है, जिससे जीवन में स्थिरता और मजबूती आती है। साथ ही, इस योग में पूजा करने से आयु में भी वृद्धि होती है।

3- रवि योग- रवि योग एक अत्यंत शुभ योग है, जिसमें की गई पूजा से व्यक्ति को कई लाभ प्राप्त होते हैं। यह योग मान-सम्मान के लिए जाना जाता है। यदि आप चाहते हैं कि समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़े, तो आपको रवि योग में पूजा जरूर करनी चाहिए।

जानते हैं शुभ मुहूर्त क्या है-

5 सितंबर 2024 को दोपहर 12:21 बजे से भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि प्रारंभ हो रही है, जो 6 सितंबर को सुबह 3:01 बजे तक रहेगी। इसलिए हरतालिका तीज का निर्जला व्रत 6 सितंबर 2024 को रखा जाएगा। शुभ मुहूर्त की बात करें, तो यह सुबह 6:02 बजे से लेकर 8:33 बजे तक का है। इस अवधि में शिव-पार्वती की पूजा करने से श्रेष्ठ फल प्राप्त होंगे।

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published.