नगर निगम की लापरवाही, ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर फैली अव्यवस्थाएं

ऋषिकेश,  उत्तराखण्ड का ऋषिकेश शहर आध्यात्मिक दृष्टि से अपना एक अनूठा स्थान रखता है। यही कारण यहां न सिर्फ देश बल्कि विदेशों से भी पर्यटक आते हैं और इस शहर के आध्यात्मिक वातावरण में समय गुजारना पसंद करते हैं। लेकिन शायद नगर निगम को इसकी स्वच्छता और सौन्दर्य को बनाये रखने का ख्याल नहीं     आ रहा है। ऋषिकेश में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला त्रिवेणी घाट पर अव्यवस्थाएं पूरी तरह से हावी हैं। कहीं फूल तो कहीं प्लास्टिक के केन बिकते हुए नजर आ रहे हैं तो कहीं पर गोलगप्पे चाट की फेरियां दिखती नजर आ रही हैं। हाल यह है कि यहां घूमने आये पर्यटकों के पैदल चलने तक का रास्ता नहीं मिल पा रहा है। लेकिन नगर निगम शायद अपनी सुप्तावस्ता में है, जिस कारण इसकी बदहाली उसको दिखाई नहीं पड़ रही है।

 

त्रिवेणी घाट की स्वच्छता, सुन्दरता राम भरोसे

आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्व का त्रिवेणी घाट यहां आये लोगों के मन को शांति की अनुभूति देता है। गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में त्रिवेणी घाट में होने वाली गंगा आरती को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। लेकिन अव्यवस्थाओं का आलम यह है कि मुख्य प्लेटफार्म पर अंगूठी बेचने वाले, प्लास्टिक के केन वजन तौलने की मशीन, आदि सबने यहां डेरा जमाया हुआ है। त्रिवेणी घाट का मुख्य प्लेटफार्म व्यावसायिक गतिविधियों का अड्डा सा बन गया है। इन सबके कारण यहां गंदगी भी बढ़ रही है। लेकिन न जाने नगर निगम कब अपनी कुम्भकरणी नींद से जागेगा।

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