KNEWS DESK- इटावा में सायरन की आवाज पर मॉक ड्रिल किया गया, यह मॉकड्रिल राजकीय इंटर कॉलेज एवं शहर के सबसे व्यस्ततम शास्त्री चौराहे पर किया गया। इस मॉक ड्रिल में एनसीसी कैडेट्स के साथ इंटर कॉलेज के स्टूडेंट्स स्टाफ पूर्व सैनिक ने हिस्सा लिया। दूसरा मॉक ड्रिल शहर के व्यस्ततम शास्त्री चौराहे पर किया गया सायरन की आवाज पर एक साथ और किसी भी तरह के हमले के बचाव के लिए सभी लोग सड़क पर लेट गए, कान बंद कर लिए और घायलों को एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाने का भी ड्रिल हुआ।

इस मॉक ड्रिल को आयोजित करने एवं कमांड देने वाले पूर्व कर्नल हयातुल्लाह ने बताया कि एयर वार्निंग हमले की मॉक ड्रिल करवाई है। सबसे पहले इस मॉक ड्रिल का पहला आयोजन 1971 के पाक वार में हुआ था, आज दूसरा एयर वार्निंग का मॉक ड्रिल कराया जा रहा है। आज देश के हालत पर दुश्मन देश भी हवाई हमला कर सकता है। इस स्थिति में क्या क्या करना है इसका मॉक ड्रिल किया जाता है। सभी लोगों को सलाह दी जाती है कि कान पर हाथ रखें और खुली जगह पर जाकर उल्टे लेट जाएं। इजराइल जैसे देश में तो हर बिल्डिंग में बंकर होते हैं, लेकिन हमारे यहां बंकर नहीं है तो ऐसे में मॉक ड्रिल से लोग सीखते हैं कि अपने आप को कैसे बचाएं।