बाराबंकी में गैंगस्टर मेंहदी की नौ करोड़ 12 लाख की संपत्ति कुर्क, पिछले डेढ़ दशक से फैलाए था अपना आतंक

रिपोर्ट: मो0 रज़ी सिद्दीकी बाराबंकी

बाराबंकी :जिले की पुलिस और प्रशासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए गैंगस्टर मेंहदी उर्फ जुल्फी मियां की करोड़ों की संपत्ति कुर्क कर दी है। गैंगस्टर मेंहदी पर लोगों को धमकानेे, जानलेवा हमला करने और सरकारी कामों में खलल पैदा करने का आरोप है। मेंहदी की कई गंभीर अपराधों से अर्जित की गई नौ करोड़ 12 लाख 50 हजार रुपये की संपत्ति कुर्क की गई। इसमें जिले के बदोसराय कस्बे में बनीं 50 दुकानें भी शामिल हैं, जो मेंहदी और उसके सहयोगियों के नाम अभिलेखों में दर्ज थीं। आपको बता दें कि इससे पहले भी मेंहदी की करीब 72 लाख रुपए की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।

वीओ-गैंगस्टर मेंहदी उर्फ जुल्फी मियां जिले में बदोसराय थाना क्षेत्र के हजरतपुर गांव का निवासी है। पिछले करीब डेढ़ दशक से अपराध की दुनिया में वह सक्रिय है। मेंहदी ने अपना एक गैंग बना रखा था, जिसमें मोहम्मद सलीम और हसनैन उर्फ हसीन सक्रिय सदस्य शामिल हैं। मेंहदी की शह पर ही पूरे क्षेत्र में दबंगई करके लोगों को डराया धमकाया जाता था और सरकारी कामों में रुकावट डालकर धन उगाही की जाती थी। मेंहदी ने अपराध से अर्जित धन से खुद और अपने सहयोगी बादीपुर निवासी वीरेंद्र सिंह, अरुण कुमार और कस्बा बदोसराय निवासी संगीता के नाम पर कस्बा स्थित गाटा संख्या 610 में 1337.37 वर्गमीटर जमीन खरीदी थी।

वीओ- इसी जमीन पर कई दुकानों का निर्माण कराकर मेंहदी ने उसे किराए पर दे रखा था। जमीन और दुकानों की कीमत करीब 9.12 करोड़ रुपये आंकी गई है। गैंग पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने मेंहदी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा भी दर्ज किया था। जिसके बाद अब डीएम के आदेश पर सीओ रामनगर जटाशंकर मिश्र, तहसीलदार सुरेंद्र कुमार और बदोसराय थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह सहित कई थानों की पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत इन दुकानों को कुर्क करने की कार्रवाई की। इस पूरी कार्रवाई के दौरान लोगों का भारी हुजूम मौके पर जमा रहा। वहीं पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अपराधी की 72 लाख रुपये की जमीन पहले भी कुर्क की जा चुकी है। आज यहां की दुकानों को कुर्क किया गया है।

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