KNEWS DESK- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की सफल दो दिवसीय यात्रा के बाद अपनी पांच देशों की बहुप्रतीक्षित विदेश यात्रा के तीसरे चरण में अर्जेंटीना पहुंच चुके हैं। पीएम मोदी का अर्जेंटीना दौरा द्विपक्षीय संबंधों को एक नई दिशा देने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के बीच व्यापक स्तर पर बातचीत होगी। दोनों नेता डिफेंस, कृषि, ऊर्जा, परमाणु सहयोग, व्यापार और निवेश जैसे अहम क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर जोर देंगे। चर्चा का एक महत्वपूर्ण विषय लिथियम और लिक्विड नेचुरल गैस (LNG) की आपूर्ति भी रहेगा। उल्लेखनीय है कि अर्जेंटीना दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा लिथियम भंडार रखता है, जो भारत के उभरते इलेक्ट्रिक वाहन और बैटरी उद्योग के लिए रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह दूसरा अर्जेंटीना दौरा है। इससे पहले वे 2018 में G20 समिट में हिस्सा लेने यहां आए थे। इस बार वे राष्ट्रपति जेवियर मिलेई के निमंत्रण पर अर्जेंटीना की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे हैं।
अर्जेंटीना यात्रा के दौरान पीएम मोदी निम्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे:
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राष्ट्रपति जेवियर मिलेई से शिखर वार्ता
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भारत-अर्जेंटीना बिजनेस समिट 2025 में भागीदारी
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विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग हेतु महत्त्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर
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भारतीय समुदाय के साथ सांस्कृतिक संवाद
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अर्जेंटीना के विदेश मंत्री, व्यापार मंत्री और ऊर्जा मंत्री से अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें
त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा की तरह, जहां भारत और उस देश के बीच बुनियादी ढांचा, फार्मास्यूटिकल्स और संस्कृति के क्षेत्रों में छह समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे, अर्जेंटीना से भी ऐसे ही बहुपक्षीय सहयोग की उम्मीद की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा 2 जुलाई से 10 जुलाई तक चलेगी, जिसमें वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और अंतिम पड़ाव के रूप में पराग्वे का दौरा करेंगे। अर्जेंटीना के बाद पीएम मोदी ब्रिक्स समिट में भाग लेने ब्राजील रवाना होंगे। यह दौरा भारत की वैश्विक रणनीति, ऊर्जा सुरक्षा, और दक्षिण अमेरिकी देशों के साथ मजबूत साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।