मणिपुर हिंसा : बिष्णुपुर में भीड़ ने पुलिस चौकी पर किया हमला,1 पुलिस कर्मी की मौत,सुरक्षाबलों ने 7 अवैध बंकर किए तबाह

KNEWS DESK… मणिपुर में 3 मई से शुरू हुई हिंसा अभी भी तमने का नाम नहीं ले रही है.मैतई औऱ कुकी समुदाय के बीच हुई यह हिंसा जोकि अभी भी लगातार चल रही है. एक बार फिर से मणिपुर में पिछले 24 घंटे के अंदर हिंसा की घटनाएं बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं. कोउटुक, हारोथेई एवं सेनजाम चिरांग में सुरक्षाकर्मियों तथा भीड़ के बीच फायरिंग की घटना हुई है. इस घटना में एक सुरक्षाकर्मी सहित 2 लोगों के घायल होने की खबर मिली है. कुछ देर बाद इन दो लोगों में से एक की मौत हो गई है.

दरअसल आपको बता दें कि हिंसा की घटना को लेकर पुलिस का कहना है कि बिष्णुपुर के कीरेनफाबी एवं थंगलावई इलाके में पुलिस चौकी पर भीड़ ने अचानक हमला करते हुए चौकी में स्थित हथियार एवं गोला-बारूद को लूट लिया. इसके साथ ही भीड़ ने मणिपुर राइफल्स की एक बटालियन से हथियार छीनने की भी कोशिश की. जिसे सुरक्षाबलों ने भीड़ की कोशिश को नाकाम कर दिया. इस घटना के बाद पुलिस ने कौट्रुक हिल रेंज में ऑपरेशन जारी करते हुए 7 अवैध बंकरों को नष्ट कर दिया है. हालांकि ये बंकर किस समुदाय के हैं. इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है. वहीं दूसरी तरफ 3 अगस्त को बिष्णुपुर एवं चुराचांदपुर जिलों के सीमा पर कांगवेई तथा फौगाकचाओ इखाई में 500-600 लोगों की भीड़ अचानक इकठ्ठा हो गई. इन उपद्रवियों की भीड़ को संभालने के लिए आर्मी एवं RAF की सेना ने आंसूगैस छोड़े. कहा जा रहा है कि इस भीड़ में महिला एवं पुरुष दोनों शामिल थे. इस घटना को देखते हुए यहां कर्फ्यू में दी गई ढील अब बंद कर दिया गया है. पिछले 24 घंटों में पूरे मणिपुर से 347 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

जानकारी के लिए बता दें कि सुरक्षाकर्मियों द्वारा मणिपुर के पहाड़ी एवं घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियां बनाई गईं हैं. पुलिस के अनुसार राज्य के विभिन्न जिलों में कानून के उल्लंघन करने के सिलसिले में लगभग 1,047 लोगों को हिरासत में लिया गया है. मणिपुर हिंसा को 91 दिन हो चुका है, लेकिन हालात अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है. हिंसा में अब तक 160 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक एक हजार से ज्यादा लोग घायल होने की सूचना है.

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