Women Day Special: लेडी सिंघम के नाम से मशहूर नीना सिंह की कहानी जिनके नाम से कांपते हैं हिस्ट्रीशीटर

महिला दिवस स्पेशल, कठिन परिश्रम, लगन और ईमानदारी के सामने बड़ी से बड़ी चुनौतियां घुटने टेक देती हैं… ये कहना है राजस्थान कैडर से 1989 बैच की पहली महिला आईपीएस नीना सिंह का. नीना बताती हैं कि पुरुषों के वर्चस्व के बीच भारतीय पुलिस सेवा की पहली महिला अधिकारी के तौर पर चयनित होना यकीनन बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन पितृसत्तामक मानसिकता वाली व्यवस्था में काम करना और अपने आपको साबित करना एक बड़ी चुनौती थी. काम और चुनौतियां खुद प्रेरणा बनती रहीं। हर जिम्मेदारी के साथ एक अवसर भी होता है। वही आगे बढ़ने का हौसला देता रहा. वर्तमान में नीना राजस्थान में महानिदेशक (डीजी) रैंक में तैनात है. ये राजस्थान की पहली महिला डीजी ऑफसर है.   

 

नीना प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी सम्मानित हो चुकी हैं. नीना पटना से हैं और इन्हें “लेडी सिंघम” के नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने अपने साहस को एक बार नहीं बल्कि कई बार अतीत में साबित किया है. नीना सिंह ने राजस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी रोहित सिंह से शादी की है. नीना ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से लोक प्रशासन में मास्टर्स किया है. सिंह ने प्रतिष्ठित मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, यूएसए के साथ राजस्थान में पुलिस सुधारों पर दो साक्ष्य आधारित अनुसंधान परियोजनाओं का नेतृत्व भी किया है।

 

नीना सिंह ऐसी अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं जोकि महिलाओं के लिए संवेदनशील हैं. राजस्थान में स्टेट वीमेन कमीशन में बतौर मेम्बर सेक्रेटरी, अपने कार्यकाल में नीना ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए बहुत से सुधारात्मक कदम उठाये. उन्होंने कमीशन का प्रशासनिक ढांचा तैयार किया था जोकि आज भी सफलतापूर्वक काम कर रहा है. नीना ने कमीशन द्वारा जन सुनवाई कार्यक्रमों की शुरुआत की थी जिससे परेशान महिलाओं को तुरंत अपनी समस्या का समाधान मिल सके.

 

सीबीआई में संयुक्त निदेशक नीना सिंह ने नियुक्ति के कुछ दिनों बाद ही यूपी के एनआरएचएम घोटाले की जांच की जिम्मेदारी संभाली। इस केस की परतें उधड़ीं तो कई मंत्री व वरिष्ठ नौकरशाह जेल पहुंच गए। नीना राजस्थान में जयपुर की एसपी यातायात, आईजी अजमेर, आईजी मुख्यालय, आईजी प्रशिक्षण सहित कई अहम पदों पर कार्यरत रहीं। वह इतनी प्रतिभाशाली हैं कि तत्कालीन सीबीआई निदेशक अनिल सिन्हा ने खुद इन्हें चुना था. इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि एजेंसी की सभी महत्वपूर्ण शाखाएं और देश के सभी हाई प्रोफाइल मामले

नीना सिंह के पास रहे. सीबीआई में छोटा राजन और शीना बोरा केस की जिम्मेदारी भी इनके पास रही । इसके अलावा तीन स्पेशल क्राइम ब्रांचों और स्पेशल टास्क फाॅर्स का चार्ज भी नीना के पास रहा.

 

सीबीआई के लगभग सभी क्रिमिनल मामले नीना के पास रहे. साथ ही एसटीएफ की मुखिया होने के नाते मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी, भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े दाउद इब्राहिम को ढूँढने का ज़िम्मा भी नीना के ही पास रहा. ऐसा सीबीआई के इतिहास में पहली बार हुआ था जब किसी महिला अधिकारी को एक साथ इतनी जिम्मेदारियां सौंपी गयीं हों. ये नीना की कड़ी मेहनत, लगन और इमानदारी का ही परिणाम है कि आज उनका नाम देश की शक्तिशाली महिलाओं में शुमार है.

 

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