चीन की सीमा के पास भारतीय सेना ने दिखाया पराक्रम, लद्दाख में 14500 फीट की ऊंचाई पर किया युद्धाभ्यास

भारत के लद्दाख बॉर्डर पर पिछले चार वर्षों से चल रहे चीन के साथ गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने न्योमा सैन्य स्टेशन पर नए लड़ाकू टैंक एवं युद्धपोत तैनात कर दिए हैं। इनमें धनुष होवित्जर से लेकर एम4 क्विक रिएक्शन फोर्स की गांड़ियां शामिल हैं। इसके साथ ही सेना ने पहाड़ों पर चलने वाले ऑल टरेन व्हीकल को भी तैनात किया है। आज यानी 8 जुलाई को इनके फुटेज सामने आए हैं।

दरअसल आपको बता दें कि सेना ने इन नए हथियारों एवं वाहनों के साथ सिंधु नदी के किनारे 14,500 फीट की ऊंचाई पर युद्धाभ्यास भी किया है। जिसका वीडियो भी देखा जा सकता है। आर्मी ने हाल में भारत में बनी धनुष होवित्जर को युद्ध सामग्री में शामिल किया है। यह 48 किलोमीटर तक किए गए लक्ष्य पर हमला कर सकता है। इसे पिछले साल ही पूर्वी लद्दाख सेक्टर में सम्मिलत किया गया था। यह बोफोर्स तोप का एडवांस्ड वर्जन है।

गौरबतल हो कि एम4 क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल पर माइंस का भी असर नहीं होता है। यह बख्तरबंद गाड़ी 50 किलो तक IED ब्लॉस्ट सहन कर सकता है। यह लद्दाख सेक्टर जैसे कठिन इलाके में भी लगभग 60-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। इस वाहन को पिछले साल सेना बल में शामिल किया गया था। सेना ने आने वाले दिनों में ऐसे वाहनों को पूर्वी लद्दाख सेक्टर में और अधिक संख्या में लाने की योजना बना रही है.

ऑल-टरेन वाहनों को भी किया शामिल

सेना ने युद्धाभ्यास के दौरान बड़ी संख्या में ऑल-टरेन वाहनों को भी शामिल किया है. जिसके द्वारा एक बार में 4 से 6 सैनिकों को ले जाया जा सकता है. इन गाड़ियों का इस्तेमाल सैनिकों के सामान एवं उपकरण ले जाने के लिए किया जाता है. ये गाड़ियां अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी काम करने में सक्षम है. 2020 में गलवान में चीनी सैनिकों से झड़प के बाद इस गाड़ी को तैनात किया गया था.

About Post Author