मुरादाबाद दंगों की रिपोर्ट 43 साल बाद सदन में पेश करेंगे CM योगी, केशव प्रसाद मौर्य ने कही ये बात, पढ़ें पूरी खबर

KNEWS DESK- UP विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन आज CM योगी सदन में 43 साल पहले मुरादाबाद में हुए दंगों की SIT की रिपोर्ट पेश करने जा रही है। जिसे लेकर प्रदेश की सियासत गर्म हो हुई है। UP  के डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य  ने मुरादाबाद दंगों के जांच रिपोर्ट पेश किए जाने पर कहा है कि जब रिपोर्ट सामने आएगी तो जनता को पता चलेगा कि आखिर दंगे कौन करवाता है और ऐसे लोगों को कौन संरक्षण देता है।

आपको बता दें कि मुरादाबाद में 1980 में ईद में दंगे हुए थे। मुस्लिम ने स्थानीय दुकानों पर हमला कर दिया था। जिसके बाद यहां पर भीषण दंगा हुआ था। जिसमें कई मुस्लिम मारे गए थे। इस दौरान मुस्लिम और वाल्मीकि समुदाय के लोग आमने सामने आ गए थे।  इन दंगों की जांच के लिए जस्टिस सक्सेना की कमेटी ने रिपोर्ट बनाई गई थी।  जिसने 20 फरवरी 1983 को जांच रिपोर्ट सौंप दी थी। इन दंगों में करीब 83 लोगों की जान गई थी। लगभग 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।  UP  के डिप्टी केशव प्रसाद मौर्य ने मुरादाबाद दंगों की रिपोर्ट सदन में रखे जाने पर कहा कि आज जो रिपोर्ट पेश हो रही है उसे पेश होना ही चाहिए। इस रिपोर्ट को आज तक छिपाकर रखा गया था और अब हमारी सरकार इसे सबके सामने ला रही है। इस रिपोर्ट के आने  से मुरादाबाद दंगों का सच प्रदेश और देश की जनता को जानने का मौका मिलेगा। इसी को देखते हुए ये प्रक्रिया की जा रही है। उन्होंने कहा है कि पिछले मुख्यमंत्रियों से ये पूछना होगा कि आखिर उन्होंने आज तक इसे पेश क्यों नहीं किया है।

जो पुलिस की पकड़ में नहीं आएगा…उसे भगोड़ा किया जाएगा घोषित- मौर्य

जानकारी के लिए बता दें कि UP  के डिप्टी CM केशव मौर्य ने आगे कहा है कि अगर वर्तमान सरकार में मुरादाबाद दंगों की रिपोर्ट पेश की जा रही है तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए और ये सच सामने आना चाहिए कि आखिर दंगे कौन करता हैं? दंगे करने वालों को संरक्षण कौन देता है और दंगाईयों के खिलाफ कार्रवाई कौन करता हैं। वहीं इस दौरान जब उनसे माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को भगौड़ा घोषित किए जाने पर सवाल किया गया तो डिप्टी सीएम ने कहा कि ये कानूनी प्रक्रिया है। अगर कोई पुलिस को पकड़ में नहीं आता है तो उसे भगोड़ा घोषित किया जाएगा।

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