जानिए आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है H3N2, H1N1, और H3N3 वायरस

HEALTH DESK, देश में H3N2 वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। मुंबई में 4 लोगों में इस वायरस की पुष्टि हुई है। बीएमसी ने कहा कि “मुंबई में 32 रोगियों को भर्ती किया गया था, जिनमें से 4 मरीजों में H3N2 और बाकी में H1N1 की पुष्टि हुई है। फिलहाल सभी मरीजों की स्थिति स्थिर बनी हुई है।”

भारत में आमतौर पर मौसमी Influenza जनवरी से मार्च तक और दूसरा मानसून के बाद के मौसम में देखने को मिलता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, मौसमी Influenza के मामलों में मार्च के अंत तक कमी आने की उम्मीद है।

Influenza के मामलों में बढ़ोतरी के बीच राज्य सरकार गुरुवार यानी आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में एक बैठक की जाएगी। वहीं असम में भी इस वायरस का पहला केस सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसे लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट की मानें तो दिल्ली, गुजरात, गोवा और पुडुचेरी में यह Influenza तेजी से फैल रहा है।

 

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने विधानसभा में बुधवार को विधानसभा में कहा कि “महाराष्ट्र में अब तक 352 मरीजों में Influenza की पुष्टि हो चुकी है। उनका अभी इलाज चल रहा है और सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है।” उन्होंने बताया कि “H3N2 खतरनाक नहीं है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है।”

बता दें कि “संदिग्ध H3N2 Influenza वायरस से दो लोगों की मौत नागपुर से हुई है, जबकि एक अन्य की अहमदनगर जिले से रिपोर्ट की गई है।”

13 मार्च तक महाराष्ट्र में Influenza के लिए 2,56,424 मरीजों की जांच की जा चुकी है। इनमें से संदिग्ध मरीजों की संख्या 1406 बताई गई है। इनमें स्वाइन फ्लू वायरस H1NI से पीड़ित मरीजों की संख्या 303 थी जबकि H3N3 से पीड़ित मरीजों की संख्या 58 थी। 48 मरीज अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।

जानकारी के मुताबिक सीजनल Influenza सांसों का संक्रमण है। यह 4 अलग-अलग प्रकार का होता है। इनमें Influenza a, b, c, और d ऑर्थोमेक्सोविरिडे फैमिल से हैं। इनमें Influenza a लोगों के लिए सबसे आम है।

इनमें से ज्यादातर मामलों में खांसी और सर्दी के साथ शरीर में दर्द और बुखार आदि के लक्षण सामने आते हैं। यह आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर ठीक हो जाता है। हालांकि नवजात, छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है। यह एक व्यक्ति से दूसरे में छींकने के कारण फैल सकता है। ऐसे में मास्क का उपयोग कर इससे बचा जा सकता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने से भी दूर रहना चाहिए।

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