KNEWS DESK- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि छतरपुर में 10 करोड़ रुपए की लागत से स्टेडियम बनाया जाएगा। जिले में 30 एकड़ क्ष्रेत्र में गौशाला, एक करोड़ रुपए की लागत से कन्या विवाह भवन और सामुदायिक भवन के निर्माण सहित अन्य कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। इसके साथ ही मैडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य को गति प्रदान की जाएगी। इसके पास एक चिकित्सालय भी बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि एमपी-यूपी इकॉनामिक कॉरिडोर के अंतर्गत सागर-कबरई फोर लेन का निर्माण हो जाने पर संभागीय मुख्यालय सागर से छतरपुर मात्र दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को छतरपुर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने माखन से भरी हुई मटकी भी फोड़ी। वे रोड शो में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान श्रीराम उत्तर से दक्षिण और श्रीकृष्ण पूर्व से पश्चिम की तरफ गए। भारतीय संस्कृति को समझना है तो इनका स्मरण कर लीजिए। दुनिया भर में श्रीराम और श्रीकृष्ण से भारत की पहचान है। विश्व में बड़ी-बड़ी ताकतों से लड़ने का साहस दोनों आराध्यों से मिलता है, जिन्होंने आसुरी शक्तियों का अंत उन्हीं के घर में जाकर किया। बुंदेलखंड की धरती, वीरों की धरती है। यहां के पराक्रमी छत्रसाल महाराज और वीर आल्हा-ऊदल ने चंदेल राजाओं के लिए बड़ी लड़ाईयां लड़ीं। छतरपुर का गौरवशाली अतीत रहा है। विश्व धरोहर स्थल खजुराहो दुनिया में प्रख्यात है। पन्ना में हीरे मिलते हैं। पन्ना अपने टाइगर्स के लिए भी प्रसिद्ध है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जब मैं उच्च शिक्षा मंत्री था, उस समय छतरपुर के महाविद्यालय को विश्वविद्यालय बनाने का कार्य शुरू किया गया था। राज्य सरकार का कोई संकल्प अधूरा नहीं रहेगा। भगवान श्रीकृष्ण के चरण जहां-जहां पड़े, राज्य सरकार उन्हें तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेगी। श्रीराम के वन-गमन पथ की तरह श्रीकृष्ण पाथेय बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके घर गाय है वो गोपाल हैं। खेती के साथ किसानों की आय बढ़ाने के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना शुरू की गई है। इसमें गोवंश क्रय पर पात्र हितग्राहियों को सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। राज्य सरकार गोपालकों से गाय का दूध खरीदेगी।