KNEWS DESK – राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन (आरएमएससीएल) की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने गुरूवार को राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर में संचालित राजस्थान कैंसर इंस्टीट्यूट के निःशुल्क दवा वितरण केंद्रों एवं औषधि भण्डार गृह का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का सामना कर रहे रोगियों को दवाओं की उपलब्धता को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं हो। दवा वितरण केंद्रों पर कैंसर की सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
नेहा गिरि ने स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट का किया निरीक्षण
नेहा गिरि ने निरीक्षण के दौरान औषधियों की एक्सपायरी डेट, दवाओं को स्टोरेज करने की व्यवस्था एवं वितरण प्रक्रिया का गहनता से अवलोकन किया। उन्होंने ओपीडी दवा काउंटर पर कैंसर के उपचार में उपयोग की जाने वाली सभी आवश्यक दवाओं की लिस्ट प्रदर्शित करने और ई-औषधि सॉफ्टवेयर में एक माह से कम स्टॉक वाली औषधियों का इंद्राज करने के निर्देश दिये। उन्होंने इंस्टीट्यूट के ओपीडी दवा वितरण केन्द्रों के साथ ही एनआरडी आईपीडी दवा काउंटर एवं सब-स्टोर का भी निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
प्रबंध निदेशक ने दिये निर्देश
प्रबंध निदेशक ने बताया कि विभागाध्यक्ष को कैंसर उपचार में उपयोग आने वाली सभी 644 औषधि, सर्जिकल एवं सूचर्स की सूची उपलब्ध करवायी जायेगी, ताकि मरीजों को प्रभावी उपचार मिल सके। उन्होेंने दवाइयों के प्रबंधन और कैंसर स्क्रीनिंग इत्यादि की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने नियमित अंतराल में दवा केन्द्रों का निरीक्षण करने और आवश्यक औषधियों की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने रोगियों व उनके परिजनों से दवाओं की उपलब्धता एवं वितरण की स्थिति के बारे में फीडबैक भी लिया।
गिरि ने दवाओं के साथ ही अस्पताल उपलब्ध करवाए गए जांच उपकरणों के बारे में भी जानकारी ली और उनका नियमित मेंटीनेंस सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अस्पताल में दवा वितरण, भण्डारण एवं कार्मिकों की उपस्थिति सहित अन्य व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गई।
इस अवसर पर स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के मेडिकल ऑन्कोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप जसूजा, आरएमएससीएल की कार्यकारी निदेशक (लॉजिस्टिक) डॉ० कल्पना व्यास, मेडिकल कॉलेज औषधि भण्डार गृह प्रभारी अधिकारी डॉ. विद्या प्रकाश मीना सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।