NDA Vs INDIA: 26 का साथ, 24 का प्रयास !

NDA/INDIA: अगले साल यानी 2024 का लोकसभा चुनाव NDA बनाम INDIA के बीच होगा. विपक्षी दलों की बैठक के बाद अब यूपीए का नाम बदलकर INDIA कर दिया गया है….. इसका पूरा मतलब Indian National Democratic Inclusive Alliance है…..26 विपक्षी दलों वाले इस महागठबंधन के बाद बीजेपी पूरी तरह से इस गठन पर सियासी हमला बोल रही है। प्रधानमंत्री ने इस गठबंधन को कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन बताया है….वहीं उत्तराखंड राज्य में भी तमाम विपक्षी दलों की सर्वदलीय बैठक होने जा रही है। कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि विपक्षी दलों की एकजुटता से वो भाजपा को हरा सकती हैं। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस गठबंधन पर बड़ा सियासी हमला बोला है। मुख्यमंत्री का कहना है कि यह पूरी तरह बेमेल गठबंधन है। इस गठबंधन में सभी दूल्हा बनना चाहते हैं। बाराती बनने को कोई भी तैयार नहीं है। ये सिर्फ अपने अस्तित्व बचाने का प्रयास है। अपने परिवारों को बचाने की कोशिश को किया गया गठबंधन है। वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस ने गठबंधन के साथ ही सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है। एक तरफ जहां कांग्रेस अग्निपथ योजना के विरोध में जल्द पदयात्रा निकालने जा रही है। तो दूसरी तरफ कांग्रेसियों ने स्थानीय मुद्दों को भी धार देनी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने आज अंकिता भंडारी हत्याकांड में VVIP के नाम का खुलासा, बढ़ती महंगाई, भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर सचिवालय का घेराव किया….सवाल ये है कि क्या उत्तराखंड में भी एनडीए बनाम इंडिया का असर देखने को मिलेगा

 

अगले साल यानी 2024 का लोकसभा चुनाव NDA बनाम INDIA के बीच होगा. विपक्षी दलों की बैठक के बाद अब यूपीए का नाम बदलकर INDIA कर दिया गया है……26 विपक्षी दलों वाले इस महागठबंधन के बाद बीजेपी पूरी तरह से इस गठन पर सियासी हमला बोल रही है। प्रधानमंत्री ने इस गठबंधन को कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन बताया है….वहीं उत्तराखंड राज्य में भी तमाम विपक्षी दलों की सर्वदलीय बैठक होने जा रही है। कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि विपक्षी दलों की एकजुटता से वो भाजपा को हरा सकती हैं। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस गठबंधन पर बड़ा सियासी हमला बोला है। मुख्यमंत्री का कहना है कि यह पूरी तरह बेमेल गठबंधन है। इस गठबंधन में सभी दूल्हा बनना चाहते हैं। बाराती बनने को कोई भी तैयार नहीं है। ये सिर्फ अपने अस्तित्व बचाने का प्रयास है। अपने परिवारों को बचाने की कोशिश को किया गया गठबंधन है।

वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस ने गठबंधन के साथ ही सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है। एक तरफ जहां कांग्रेस अग्निपथ योजना के विरोध में जल्द पदयात्रा निकालने जा रही है। तो दूसरी तरफ कांग्रेसियों ने स्थानीय मुद्दों को भी धार देनी शुरू कर दी है। कांग्रेस ने आज अंकिता भंडारी हत्याकांड में VVIP के नाम का खुलासा, बढ़ती महंगाई, भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर सचिवालय का घेराव किया….कांग्रेस का कहना है कि वो लगातार जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर संघर्ष करती रहेगी….वहीं भाजपा ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन को दिखावा बताया है

कुल मिलाकर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के गठबंधन ने तमाम विपक्षी दलों के नेताओं में नई ऊर्जा का संचार किया है। उत्तराखंड में भी कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाकर कांग्रेस को मौका देगी लेकिन उत्तराखंड के इतिहास में नजर डाले तो राज्य की जनता ने बीजेपी और कांग्रेस के अलावा कभी किसी अन्य दल को मौका नहीं दिया….पहाड़ की लड़ाई में आम आदमी पार्टी, यूकेडी समेत तमाम दलों ने हार का स्वाद चखा है…ऐसे में राज्य में इस गठबंधन का बहुत अधिक फायदा कांग्रेस को होगा

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