भारी बारिश से बढ़ती जा रही है आफत

उत्तराखंड में भारी बारिश से आफत बढ़ती जा रही है। पहले ऋषिकेश-देहरादून हाईवे पर स्थित रानीपोखरी पुल क्षतिग्रस्त हुआ इसके बाद अब बादल फटने से धारचूला में भारी तबाही देखने को मिली है। इस घटना में भारी नुकसान हुआ है जानकारी के मुताबिक हादसे में सात लोगों की मौत हुई है जबकि 10 से अधिक मकान जमीदोज हुए है। मुख्यमंत्री ने आज घटना स्थल का हवाई निरीक्षण भी किया है। साथ ही अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये है इन सबके बीच आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धन सिंह रावत के एक बयान ने काफी सुर्खियां बटोरी हुई है दअरसल मंत्री का दावा है कि एक एप के माध्यम से बारिश को कहीं भी कम या ज्यादा किया जा सकता है। उनके इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री धामी से मंत्री धन सिंह रावत को भारत रत्न देने की मांग की है।

200 से अधिक सड़कों में आवागमन बाधित
देवभूमि उत्तराखंड में भारी बारिश ने तबाही मचा रखी है। भारी बारिश से एक ओर जहां पहाड़ों में जगह जगह भूस्खलन देखने को मिल रहा है। आलम ये है कि राज्य की 200 से अधिक सड़कों में आवागमन बाधित हो रखा है। इसके साथ ही धारचूला में बादल फटा है जिससे काफी तबाही देखने को मिली है। लगातार हो रही ऐसी घटनाओं से चिंता काफी बढ़ गई है। ऐसा लग रहा है मानों इंद्रदेवता इन दिनों देवभूमि से नाराज चल रहे हो। आपको बता दें कि पहले ऋषिकेश-देहरादून हाईवे पर स्थित रानीपोखरी पुल क्षतिग्रस्त हुआ इसके बाद अब बादल फटने से धारचूला में भारी तबाही देखने को मिली है। हादसे में सात लोगों की मौत हुई है जबकि 10 से अधिक मकान जमीदोज हुए है। मुख्यमंत्री ने घटना स्थल का हवाई निरीक्षण भी किया।

धन सिंह रावत के एक बयान से सरगर्मी
राज्य में आई प्राकृतिक आपदा के बीच आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धन सिंह रावत के एक बयान ने काफी सुर्खियां बटोरी हुई है दअरसल मंत्री धन सिंह रावत का दावा है कि एक एप के माध्यम से बारिश को कहीं भी कम या ज्यादा किया जा सकता है। वह जल्द ही इस एप का प्रजेंटेशन केंद्र सरकार को देने जा रहे हैं। अगर केंद्र सरकार की ओर से अनुमति मिलती है तो यह एप कई राज्यों के लिए वरदान साबित होगा। मंत्री का यह बयान सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।

प्राकृतिक आपदाओं ने बरपा रखा है कहर
कुल मिलाकर एक और जहां उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं ने कहर बरपा रखा है तो दूसरी और नेताओं के हास्यास्पद बयान से राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। मंत्री धन सिंह रावत के इस बयान ने विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा दे दिया है। वहीं मुख्यमंत्री के कार्यों पर भी पलीता लगाया है। अब सवाल ये है कि आखिर नेताओं की ये बयानबाजी कब थमेगी। क्या राज्य सरकार प्रभावितों को मुआवजा देगी। क्या मंत्री धन सिंह रावत अपने बयान पर माफी मांगेंगे। क्या सरकार जल्द व्यवस्थाओं को दुरूस्त करा पाएगी या नहीं ऐसे अनगिनत सवाल है जिसके जवाब का सबको इंतजार है।

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