सीएम आफिस के ट्वीट पर बवाल, जानिये क्या है पूरा मामला

LUCKNOW : सीएम योगी आफिस से किये गये एक ट्वीट पर कासगंजवासी नाराज हो गये हैं। टिवट के विरोध में स्थानीय निवासियों के एक समूह ने आपत्ति जताते हुए कासगंज की जिलाधिकारी हर्षिता माथुर को ज्ञापन सौंपा है। गौरतलब है कि सीएम आफिस के टिवटर हैंडिल से ​एक टिवट किया गया जिसमें 15वीं शताब्दी के संत और कवि तुलसीदास का जन्म ‘चित्रकूट जिले के राजापुर उप-मंडल में हुआ बताया गया है ।

कासगंजवासियों ने सीएम आफिस से ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया है कि वह इस टिवट को हटा दे। ट्वीट नहीं हटाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की चेतावनी भी दी गयी है। निवासियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को संबोधित पत्र में कहा है कि ‘राम चरितमानस’ के लेखक कासगंज जिले के सोरों ब्लॉक में पैदा हुए थे और बांदा जिले के गजेटियर में इसका स्पष्ट उल्लेख है। सोरों के हरपधी घाट पर तुलसीदास की मूर्ति के पास निवासियों के एक अन्य समूह ने दो घंटे से अधिक समय तक प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया।

ब्राह्मण कल्याण सभा के अध्यक्ष शरद पांडे ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोस्वामी तुलसीदास की जन्मभूमि निर्धारित करने का कोई अधिकार नहीं है। संत का जन्म सोरों में गंगा के घाटों के पास हुआ था और बाद में राजापुर चले गए। हमारे पास ऐतिहासिक और धार्मिक प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि आज हमने अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए एक प्रतीकात्मक विरोध किया है। यदि ट्वीट को नहीं हटाया जाता है, और सरकार स्पष्टीकरण जारी नहीं करती है, तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने के लिए बाध्य होंगे।”

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