‘एमपी सरकार ने सामूहिक विवाह में  शामिल होने वाली युवतियों से मांगा उनकी पवित्रता का सबूत’ 

डिंडोरी :मध्य प्रदेश के आदिवासी अंचल डिंडोरी जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह समारोह विवादों में है.यहां पर दुल्हन को वर्जिनिटी व प्रेग्रेंसी टेस्ट कराकर रिपोर्ट लाने को कहा था.जिसके बाद यह मामला विवादों में घिरता नजर आ रहा है.वहीं मामले को तूल पकड़ा देख अफसर अपनी बातों से मुकरते नजर आ रहे है,लेकिन सामूहिक विवाद स्थल में कई युवतियां दुल्हन के जोडे़ में डिस्पोजल डिब्बी में यूरिन लेकर पहुंची.

 

डिंडोरी जिले में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत जिले में 22 अप्रैल को सामूहिक विवाह सम्मेलन रखा गया था.जहां शादी के बंधन में बधने से पहले ही उनकी पवित्रता की अग्नि परीक्षा मध्य प्रदेश सरकार ने ले ली.ये परीक्षा पास करने के लिए दुल्हन के जोडे़ में कुछ युवतियों ने डिस्पोजल की शीशी में यूरिन लेकर पहुंची थी.वहीं मीडिया के रिपोर्ट के अनुसार ऐसी कई युवतियां थी.यह कार्यक्रम का आयोजन डिंडोरी के जिला प्रशासन ने कराया था.इसमें 220 जोड़ो ने विवाह कराया गया.

मीडिया के अनुसार,जिन लड़कियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उन्हें शादी करने से इंनकार कर दिया. और अधिकारी बार-बार  यह कह कर टरकाते रहे कि यह सिर्फ एनिमिया की जांच थी.वहीं कुछ युवतियां रिपोर्ट लेकर पहुंची,तो उन्हें बताया गया कि वे गर्भवती हैं,लिहाजा शादी नहीं कराई जा सकती है.

वहीं बच्छरगांव पंचायत के सरपंच मेदनी मरावी ने मीडिया से दावा किया उनके गांव की 6 युवतियों का प्रेग्नेंसी टेस्ट हुआ. युवतियों को हेल्थ चेकअप बताकर यूरिन मांगा गया था.

राजनीतिक गालियारों में इसको लेकर मचा बवाल

यह मामला गालियारों में इसको लेकर मचा बवाल हुआ है. हालांकि प्रशासन अपना अलग ही तर्क दे रहा है. CMHO रमेश मरावी ने कहा कि उन्होंने एज वेरिफिकेशन और एनिमिया के लिए ये टेस्ट कराए थे. टेस्ट कराने के आदेश ऊपर की ओर से मिले थे. डिंडोरी कलेक्टर विकास मिश्र ने कहा कि यह सिर्फ सिकल सेल एनिमिया का टेस्ट था. जांच में कुछ लड़कियों ने बताया था कि उन्हें पीरियड नहीं आ रहे हैं, इसलिए उनके यूरिन सैंपल लिए गए थे. इनके प्रेग्नेंसी की पुष्टि होने पर नियमानुसार उन्हें कन्यादान योजना में विवाह से रोक दिया गया. सिकल सेल एनिमिया एक ब्लड डिसऑर्डर है.

वहीं इस मामले को लेकर एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक ट्वीट किया था-डिंडोरी में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत किए जाने वाले सामूहिक विवाह में 200 से अधिक बेटियों का प्रेगनेंसी टेस्ट कराए जाने का समाचार सामने आया है। मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या यह समाचार सत्य है? यदि यह समाचार सत्य है तो मध्यप्रदेश की बेटियों का ऐसा घोर अपमान…।

About Post Author