चुनावी दौर, ED, CBI का शोर !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, देशभर में लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय जांच एंजेंसियों की कार्रवाई पर बवाल शुरू हो गया है। विपक्षी दलों के एकाएक नेताओं की गिरफ्तारी से कांग्रेस, आप समेत तमाम दल परेशान हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में 31 मार्च को दिल्ली में विशाल महारैली होनी है। इस महारैली में उत्तराखंड से भी हजारों विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे…..चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बनाते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। वहीं एक तरफ जहां देशभर में केजरीवाल की गिरफ्तारी पर हंगामा चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर चुनाव से पहले उत्तराखंड में भी कांग्रेस के कई बड़े नेता केंद्रीय जांच एंजेसिंयों के दायरे में आ गये हैं…..इसी के तहत पौड़ी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल जहां आयकर विभाग की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अब कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधु अनुकृति गुसाईं को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने नोटिस जारी किया है। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से हरक सिंह रावत को दो अप्रैल जबकि अनुकृति गुसाईं को तीन अप्रैल को ईडी दफ्तर में तलब किया गया है। आपको बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के तहत पाखरो टाइगर सफारी निर्माण घपले में अवैध लेन-देन को लेकर ईडी ने बीते सात फरवरी को हरक समेत उनके करीबी और कुछ आईएफएस अफसरों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद हरक को पहले 29 फरवरी को ईडी ने पूछताछ के बुलाया था….हांलाकि वह पेश नहीं हुए….वहीं अब एक बार फिर ईडी ने उन्हें नोटिस जारी किया है….माना जा रहा है कि चुनाव से पहले कांग्रेस के कई नेताओं की भी मुश्किलें बढ़ सकती है सवाल ये है कि क्या केंद्रीय जांच एंजेंसियां केंद्र के दबाव में काम कर रही है

 लोकसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड में ईडी सीबीआई की जांच पर बवाल छिड़ गया है। दअरसल कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के बाद प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने उनकी पुत्रवधु अनुकृति गुसाईं को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके तहत हरक सिंह रावत को दो अप्रैल तो अनुकृति गुसाईं को तीन अप्रैल को ईडी दफ्तर में तलब किया गया है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के तहत पोखरो टाइगर सफारी निर्माण घपले में अवैध लेन-देन को लेकर ईडी ने बीते सात फरवरी को हरक समेत उनके करीबी और कुछ आईएफएस अधिकारियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। इसके बाद हरक सिंह रावत को पहले बीते 29 फरवरी को ईडी ने पूछताछ के बुलाया था। वह अब एक बार फिर उन्हें पेश होने का नोटिस जारी किया गया है। वहीं हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधु को जारी हुए नोटिस से राज्य में सियासत गरमा गई है।

 आपको बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के तहत पाखरो टाइगर सफारी निर्माण घपले में अवैध लेन-देन को लेकर ईडी ने बीते सात फरवरी को हरक समेत उनके करीबी और कुछ आईएफएस अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। वहीं एक तरफ जहां हरक के नोटिस पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू गया है तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में 31 मार्च को दिल्ली में विशाल महारैली होनी है। इस महारैली में उत्तराखंड से भी हजारों विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे…..चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बनाते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।

 

कुल मिलाकर चुनाव से पहले देश और प्रदेश में केंद्रीय जांच एंजेंसियों की कार्रवाई पर बवाल शुरू हो गया है। वहीं विपक्षी दलों के एक के बाद एक नेताओं की गिरफ्तारी से कांग्रेस, आप समेत तमाम दल परेशान हैं। हांलाकि विपक्ष ने भी अब सरकार से आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। सवाल ये है कि आखिर जांच एजेंसियों के दायरे में विपक्षी दल के नेता ही क्यों आ रहे हैं।

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