केदार से छल, सोना बना पीतल ?

KNEWS DESK- केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगे सोने पर विवाद खत्म नहीं हो रहा है | सोशल मीडिया पर नए नए वीडियो शेयर किए जा रहे वहीं इन वायरल वीडियो को लेकर बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने सफाई दी है| मंदिर प्रबंधन ने इस विवाद को राजनीतिक षड्यंत्र बताया है| बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा है कि श्री केदारनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई हैयात्रा में खलल डालने और सनातन धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र के तहत श्री केदारनाथ के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करने वाले दानीदाता की मंशा पर सवाल उठाये जा रहे है| गर्भगृह में लगे सोने को पीतल बताया जा रहा है जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है| केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी ने सोने पर सवाल खड़े करते हुये कहा कि गर्भगृह में लगा सोना पीतल में तब्दील कर दिया गया है। संतोष त्रिवेंद्री का दावा है कि सवा अरब से ज्यादा का ये घोटाला है इसकी जांच की जानी चाहिए। वहीं अब मंदिर के भीतर के कुछ नए वीडियो जारी किए गए हैं। 

आपको बता दें कि केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के गर्भ ग्रह में 230 किलो सोने की 560 प्लेटो को दान किया गया था जिसका काम कपाट बंद होने के बाद बद्री केदार मंदिर समिति ने शुरू किया| जिससे तीर्थ पुरोहित नाराज भी हो गए थे बावजूद इसके केदारनाथ में सोने की प्लेटों को लगाया गया था और आज भी केदारनाथ के लगभग सभी तीर्थ पुरोहित मंदिर के भीतर लगे इस सोने के वीरोध में आ गये हैं वहीं राज्य में इसको लेकर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस का कहना है कि देश में अन्य भी मंदिर है लेकिन सारे विवाद मंदिर समिति के अधीन मंदिरों से ही क्यों उठ रहे हैं। जिसकी जांच की जानी चाहिए| 

वहीं अब मंदिर के भीतर के कुछ नए वीडियो जारी किए गए हैं। वीडियो में सोने की पोलिस भी दिखाई दे रही है और इस पोलिस को मंदिर की दीवारों पर किया जा रहा है। जिसके बाद केदारनाथ के लगभग सभी तीर्थ पुरोहित मंदिर के भीतर लगे इस सोने के वीरोध में आ गये हैं वहीं राज्य में इसको लेकर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस का कहना है कि देश में अन्य भी मंदिर है लेकिन सारे विवाद मंदिर समिति के अधीन मंदिरों से ही क्यों उठ रहे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी जांच की मांग की है। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि कुछ षड़यंत्रकारी देवभूमि के दान पर सवाल खड़ा करके दानदाता पर सवाल उठा रहे हैं जो कि सही नहीं|

कुल मिलाकर केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगे सोने पर विवाद लगातार बढ़ रहा है। आए दिन नए नए वीडियो विवाद को और बढ़ा रहे हैं। सवाल ये है कि क्या तीर्थ पुरोहित ऐसे ही सवाल उठाने लग गए…आखिर सारी जिम्मेदारी दानदाता की ही है। क्या मंदिर समिति के पास ऐसा कोई सिस्टम नहीं है कि जिससे गुणवत्ता पर सवाल ना उठाए जा सके? सवाल तो ये भी है कि जो लोग सवाल उठा रहे हैं क्या वो लोग षड़यंत्रकारी हो गए?

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