बाल विवाह के खिलाफ असम पुलिस ने चलाई मुहीम, 1800 लोगों को किया गिरफ्तार

गुवाहाटी, असम सरकार ने शुक्रवार से बाल विवाह के खिलाफ व्यापक मुहीम शुरू कर दिया  है | असम में बाल विवाह के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। बाल विवाह में शामिल 1,793 लोगों को असम पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। यह जानकरी असम पुलिस के तरफ से दी गई। असम पुलिस के प्रवक्ता प्रशांत कुमार भुइयां ने कहा, “शुक्रवार सुबह तक राज्य भर में पुलिस द्वारा 1,793 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 131 लोगों को बिश्वनाथ में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़ सकती है। ऑपरेशन अभी भी जारी है।”

14 साल से कम उम्र की लड़कियों से विवाह करने वालों के खिलाफ यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) कानून के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और 14-18 साल की लड़कियों से विवाह करने वालों के खिलाफ बाल विवाह रोकथाम अधिनियम, 2006 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा और विवाह को अवैध घोषित किया जाएगा।

अगर लड़के की उम्र भी 14 साल से कम होगी तो उसे सुधार गृह भेजा जाएगा क्योंकि नाबालिगों को अदालत में पेश नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, असम सरकार राज्य में बाल विवाह को खत्म करने के अपने संकल्प के लिए दृढ़ है। असम पुलिस ने राज्य भर में अब तक 4,004 मामले (बाल विवाह के) दर्ज किए हैं और आगामी दिनों में पुलिस की और कार्रवाई होने की उम्मीद है। इन मामलों पर तीन फरवरी से कार्रवाई शुरू होगी। मैं सभी से सहयोग का अनुरोध करता हूं। असम पुलिस ने राज्य भर में बाल विवाह से संबंधित मामलों में अब तक 1,800 लोगों को गिरफ़्तार किया है।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देश पर बाल विवाह के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान शुरू किया गया। इससे पहले गुवाहाटी पुलिस कमिश्नरेट ने शुक्रवार को कहा था कि अब तक 53 लोगों को पकड़ा जा चुका है। इसके अलावा, बाल विवाह से संबंधित 192 मामले कमिश्नरेट के तहत विभिन्न पुलिस स्टेशनों पर दर्ज किए गए हैं। मोरीगांव जिले के मोइराबारी क्षेत्र के दो व्यक्तियों को गुरुवार की रात 18 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जबकि छह आरोपियों को माजुली जिला से गिरफ्तार किया गया।

धुबरी से किया 96 को गिरफ्तार

धुबरी जिला पुलिस ने बाल विवाह में कथित संलिप्तता के आरोप में कम से कम 96 लोगों को हिरासत में लिया है। असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार की रात पुलिस कार्रवाई के संबंध में सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक वीडियो-कॉन्फ्रेंस बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि राज्य को बाल विवाह की कुप्रथा से मुक्त करने के लिए सरकार की कार्रवाई का समर्थन करें।

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