मध्यप्रदेश : मां के रिश्ते को किया शर्मशार, सपने में दिखा बेटा… पड़ोसी के प्यार में पागल मां ने कबूला अपना पाप

KNEWS DESK… एक कलियुगी मां ने अपने जिगर के टुकड़े को छत से फेंककर मौत के घाट उतार दिया. लेकिन घरवालों को हादसे की कहानी सुनाकर भ्रमित कर दिया. लेकिन मरने के कुछ दिनों बाद ही मासूम अपनी हत्यारी मां के सपने में बार-बार आने लगा. डरी-सहमी मां ने पाप को छिपाने के लाख जतन किए, लेकिन आखिरकार एक दिन उसने पुलिस कॉन्स्टेबल पति के सामने अपना पूरा जुर्म कुबूल लिया. इसके बाद 3 साल के बेटे को मारने की जो कहानी सामने आई, उसने परिवार से लेकर पुलिस तक के होश उड़ा दिए.

दरअसल आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर की यह पूरी कहानी है. शहर के थाटीपुर थाना इलाके की तारामाई कॉलोनी में रहने वाले ध्यान सिंह राठौर मध्य प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात है. ध्यान सिंह की शादी साल 2017 में भिण्ड निवासी ज्योति राठौर से हुई थी.  घर में पत्नी ज्योति अपने दो बच्चों जतिन उर्फ सनी (3.4 वर्ष) और मोनू (1.5 वर्ष) के साथ हंसी खुशी रहती थी. इसी बीच ज्योति ने अपने पति ध्यान सिंह ने कहा कि वह दिनभर बैठे-बैठे ऊब जाती है, इसलिए घर में नीचे एक दुकान खुलवा दीजिए. इससे परिवार चलाने के लिए अतिरिक्त आय भी जाया करेगी. पत्नी की बात मानकर पति ध्यान सिंह ने घर में बनी दुकान में प्लास्टिक संबंधी सामान खरीदकर भर दिया. ज्योति भी दुकान पर बैठकर ग्राहकी करने लगी. लेकिन अचानक ज्योति ने पति से कह दिया कि दुकान पर बैठना सही नहीं लगता, इसलिए अब बंद कर दीजिए. इस पर ध्यान सिंह ने पत्नी को समझाया कि पूरा सामान बिक जाने पर दुकान बन्द कर देंगे. लेकिन इसी बीच 28 अप्रैल 2023 की रात करीब 8:15 बजे उनका बेटा जतिन घर छत से गिरकर घायल हो गया था. मासूम को उपचार के लिए भर्ती कराया गया, लेकिन 29 अप्रैल को उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. जतिन की मौत को परिजनों ने हादसा समझा और घर में कुछ दिन बाद सब सामान्य हो गया.

बेटे ने दिए रात में सपने… मां ने कबूला जुर्म

जानकारी के लिए बता दें कि 3 साल के बेटे जतिन की मौत के बाद ज्योति डरी सहमी और घबराई हुई सी रहने लगी. रातों को अचानक घबराकर जागने लगी. पति ने सोचा कि पत्नी को बेटे की मौत का गहरा सदमा लगा है. शायद इसी वजह से उसे नींद नहीं आती है. लेकिन ज्योति की हालत दिन ब दिन खराब होने लगी. समझाने बुझाने और डॉक्टर्स को दिखाने पर भी कुछ बदलाव नहीं हुआ.  जबकि ज्योति के रात को जागने की वजह यह थी कि उसका मरा हुआ बेटा जतिन बार बार सपने में दिखता था. यही नहीं, हत्यारी मां को आभास होता था कि घर में कहीं जतिन की आत्मा भटक रही है. उसका जीना मुश्किल हो जाएगा. जिसके चलते एक दिन उसने अपने पति के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया और उसने बताया कि गुस्से में बेटे को छत से धक्का दे दिया था. ज्योति ने बताया कि दुकान बंद करने की बात को उसका पति गंभीरता से नहीं ले रहा था. इसलिए उसने एक खतरनाक प्लान बनाया. इसके तहत वह पति को बताना चाहती थी कि यह दुकान अशुभ है. इसी को सिद्ध करने के लिए उसने 3 साल 4 महीने के बेटे सनी उर्फ जतिन को छत पर लेकर नीचे की ओर धक्का दे दिया. महिला ने यह भी दावा किया कि बच्चे को हल्की चोट लगने का अंदेशा जताया था वह अपने बच्चे की जान नहीं लेना चाहती थी.

पति समेत पुलिस को खूब सुनाई कहानी… आखिर आ गया सच सामने

बता दें कि यह कुबूलनामा सुनकर पुलिसकर्मी पति ध्यान सिंह से नहीं रहा गया और उसने फैसला किया कि वह अब अपनी पत्नी को सजा जरूर दिलाएगा. मगर इस घटना का कोई सबूत और गवाह नहीं था. इसके चलते पहले ध्यान सिंह ने पत्नी ज्योति को विश्वास में लिया. फिर वह उससे लगातार इस घटना के बारे में बात करने लगा. साथ ही बातचीत को मोबाइल में रिकार्ड भी करने लगा. जब ज्योति से घटना के टाइम को लेकर सवाल किए तो वह अलग-अलग जवाब देने लगी. यही नहीं, छत पर ले जाकर जब पुलिसकर्मी पति ने पत्नी से क्राइम सीन रिक्रिएट करवाने की कोशिश की तो वह अलग अलग स्थानों पर अपनी मौजूदगी बताती थी. इससे शक बढ़ता ही गया और फिर एक दिन अचानक महिला ने रोते हुए अपना जुर्म कुबूल लिया. कहा कि उसने चोट के नहीं, बल्कि जान लेने के इरादे से ही जतिन को छत से नीचे फेंका था. लेकिन इसका कारण वह कभी दुकान तो कभी कुछ और बताने लगी.  तब तक ध्यान सिंह ने वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग कर पर्याप्त सबूत जमा कर लिए थे. करीब दो महीने के बाद यानी जून में ध्यान सिंह ने थाटीपुर पुलिस थाने पहुंचकर पत्नी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने भी इस पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी. पुलिस ने भी आरोपी ज्योति राठौर को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की. घटना के कारण को जानने की कोशिश की. पहले तो महिला अपने पति की तरह ही दूसरे पुलिसकर्मियों को टालमटोल करती रही. इधर उधर की कहानी सुनाती रही. लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गई और उसने पूरा सच उगल दिया. यह सुनकर ध्यान सिंह और पुलिसकर्मियों के पैरों तले जमान खिसक गई. पुलिस कॉन्स्टेबल पति ध्यान सिंह और उसका परिवार अभी तक यह मानकर चल रहा था कि ज्योति ने मासूम बेटे को गुस्से में छत से धक्का दे दिया होगा, उन्हें पता चला कि विवाहेत्तर संबंध के चलते अस प्रकरण को अंजाम दिया था.

पड़ोसी की बांहों में थी मां…बेटे ने देख लिया

पुलिस पूछताछ में पता चला कि ध्यान सिंह की पत्नी ज्योति का अपने पड़ोसी उदय इंदौलिया से अवैध संबंध थे. 28 अप्रैल की शाम ससुराल में कोई कार्यक्रम चल रहा था, इसलिए पति समेत सभी लोग मेहमानों की आवभगत में बिजी थी. इसी दौरान रात के समय शादीशुदा ज्योति छत पर अपने प्रेमी उदय से मिलने पहुंचे गई. मां को छत पर जाते देख मासूम जतिन भी पीछे से पहुंच गया. जहां उसने अपनी मां को प्रेमी की बाहों में बांहें डालते हुए देख लिया. ज्योति को डर लगा कि कहीं मासूम बेटा उसके प्रेम संबंधों की पोल पति के सामने न खोल दे. बस इसी के चलते उसने अपने मासूम बेटे को छत से फेंक दिया. ऊंचाई से गिरने के कारण बच्चे के सिर में गंभीर चोट आई. हादसा समझकर घरवालों ने घायल को ग्वालियर के ही जयारोग्य अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. लेकिन डाॅक्टर उसे नहीं बचा पाए.

पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल

वहीं पुलिस की तरफ से बताया गया कि अब इस मामले की जांच कर रहे थाटीपुर थाने के पुलिस अधिकारी राजकुमार बौद्ध ने बताया कि आरोपी महिला के फरार प्रेमी उदय इंदौलिया को भी बीते रोज गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.

About Post Author