प्रयागराज, उमेश पाल हत्याकांड के बाद से पुलिस अपराधियों की तलाश में जुट गई थी जिस दौरान हत्या का एक वीडियो सामने निकल कर आया जिसमें साफतौर स्पष्ट हो गया कि माफिया अतीक का ही हाथ है इस हत्याकांड में जिसके बाद यूपी पुलिस आरोपियों की तलाश में बहुत ही तेजी के साथ जुट गई. इस मामले उमेश पाल की पत्नी की तहरीर के हिसाब से 9 लोगों को आरोपी बनाए गए थे. जिसमें 6 आरोपी मारे जा चुके है . तो वहीं पर माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता समेत 3 आरोपी परार चल रहे हैं. कि अतीक व अशरफ की मौत के बाद से अचानक 800 सिम कार्ड बंद होने की जानकारी मिल रही है.
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दरअसल आपको बता दें उमेश पाल हत्याकांड के मामले की जांच कर रही पुलिस टीमों ने सर्विलांस पर 800 नम्बर लगाए गए थे.एसटीएफ की टीम ने अतीक अहमद और गिरोह के मददगारों के 800 नंबर को सर्विलांस पर लगाया. एसटीएफ की टीम इन सभी नंबरों की कॉल डिटेल, संपर्क और लोकेशन चेक कर रही थी. माफिया डॉन व गिरोह के अन्य सदस्यों से किसी भी तरह की बातचीत पर मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर नजर रखी जा रही थी. लेकिन जैसे ही 15 अप्रैल को अतीक व अशरफ की मौत के बाद से ही सभी 800 नम्बर बंद हो जाने से यूपी पुलिस के मन में कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है.अब इस मामले की पुलिस जांच करने में जुट गई है.
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जब तक माफिया अतीक जिंदा था, मददगारों से उम्मीद की जाती थी कि उसे माफिया अतीक व उसके कनेक्शन से मदद मिलेगी. लेकिन.लेकिन माफिया के निधन के बाद उन्हें किसी तरह की मदद मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. ऐसे में वे सभी गैंग से कटते नजर आ रहे हैं. इन सभी बिंदुओं पर पुलिस और एसटीएफ नजर बनाए हुए है. यूपी एसटीएफ अब इस पूरे मामले की जांच करने में जुटी हुई है. आखिर इन सभी 800 नम्बरों का एक साथ बंद क्यों हो गए? कहीं माफिया अतीक के मद्दगार उसके गैंग से हट तो नहीं गए है. या कहीं जांच के नाम से डरकर तो नम्बर बंद कर लिए हैं.इन सभी सवालों के तलाश में यूपी एसटीएफ व यूपी पुलिस लगी हुई.
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