महिला आरक्षण बिल : राज्यसभा में खड़गे के बयान पर भाजपा सांसदों ने काटा हंगामा, सीतारमण ने जताई आपत्ति

KNEWS DESK… संसद के विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है जोकि संसद के नए भवन में कार्यवाही शुरू हुई. इस दौरान सबसे सदन की कार्यवाही को शुरू करते हुए पीएम मोदी ने राज्सयभा को सम्बोधित करते हुए महिला आरक्षण की बात की जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने का मौका दिया गया. जहां पर खड़गे ने महिला आरक्षण को लेकर कुछ ऐसा कह दिया कि भाजपा के सांसदों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया. जिसपर राज्सभा पति ने हंगामे को शांत कराने की कोशिश भी की. लेकिन भाजपा सांसदों ने हंगामा काटना जारी रखा. और लगातार खड़गे की बात का विरोध करते रहे.

दरअसल, संसद का विशेष सत्र 18 सितम्बर को शुरू हुआ था जोकि 22 सितम्बर तक चलेगा. बता दें कि गणेश चतुर्थी के मौके पर आज यानी 19 सितम्बर को नए संसद भवन में सदन की कार्यवाही को शुरू किया गया. जहां पर सबसे पहले पीएम मोदी ने सदन को सम्बोधित करते हुए कहा G-20 महिला आरक्षण समेत पुरानी संसद और नई संसद समेत कई मामलों पर चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने सदन को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्यसभा के पास एक अच्छा मौका है. कि महिला सशक्तिकरण से जुड़े बिल पर सर्वसम्मति से निर्णय लें. पीएम मोदी के बाद राज्यसभा सदस्य खड़गे को बोलने का मौका दिया गया जहां पर खड़गे ने कहा कि नारी शक्ति वंदन बिल में OBC महिलाओं को भी आरक्षण मिलना चाहिए. उनके इस बयान पर राज्यसभा में हंगामा हो गया. खड़गे ने आगे कहा कि सांसद चुन कर आते हैं. बैकवर्ड क्लास और अनुसूचित जाति की महिलाएं उतनी पढ़ी लिखी नहीं हैं. उनकी साक्षरता काफी कम है. सभी पार्टियों की आदत है कि वो टिकट कमजोर महलाओं को दे देते हैं. जो लड़ सकती हैं, उन्हें नहीं देते हैं मुझे मालूम है. खड़गे के इस बयान पर राज्यसभा में हंगामा हो गया और भाजपा ने खड़गे के बयान पर आपत्ति जताई. जिसके बाद खड़गे ने कहा कि मेरा कहना है कि कमजोर वर्ग के लोगों को हमेशा वो ऐसा कहते हैं कि मुंह नहीं खोलना. उस पार्टी में बात नहीं करना मैं इस लिए कह रहा हूं. आगे खड़गे ने कहा कि मैं सभी पार्टियों के लिए कह रहा हूं सभी पार्टी में ऐसी बात है. इसलिए महिलाएं नीचें हैं. उन्हें आगे बढ़ने देना चाहते हैं.

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भाजपा सासंदों ने काटा हंगामा

जानकारी के लिए बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान पर राज्यसभा के सभापति ने आपत्ति दर्ज कराने के लिए  वित्तमंत्री सीतारमण को बोलने का मौका दिया. सीतारमण ने कहा कि ऐसा कहना कि पार्टी में महिलाओं को तवज्जो नहीं देती है यह गलत है. पार्टी ने हम सभी को मौका दिया. मैं आपत्ति दर्ज कराती हूं आज जनरलाइजेश नहीं कर सकते हैं.

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पिछड़ी महिलाओं को नहीं मिल रहा मौका-खड़गे

सीतारमण की आपत्ति पर खड़गे ने पलटवार करते हुए कहा कि पिछड़ी शेड्यूल कास्ट को मौका नहीं मिलता है जैसा इनको मिल रहा है. यही हम कर रहे हैं.

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महिलाओं में अंतर न करें-सीतारमण

इस पर सीतारमण ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कौन हैं? ऐसे आप नहीं कह सकते हैं. आप कैसे दो महिलाओं में अंतर कर सकते हैं हम सभी महिलाओं के आरक्षण की बात कर रहे हैं.

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जगदीप धनकड़ ने सुलह की कोशिश की

इस पर सभापति जगदीप धनकड़ ने सुलह की कोशिश की. धनकड़ ने कहा कि हम ऐतहासिक विषय पर चर्चा कर रहे हैं.

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2010 में पारित हो चुका था बिल

जिसके बाद खड़गे ने कहा कि मैं सिर्फ यही कह रहा हूं कि हमने लगातार महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है. 2010 में इसे पास कराने की कोशिश भी की. संसद लोकतंत्र का मंदिर है. खड़गे ने कहा कि वे हमें श्रेय नहीं देते, लेकिन मैं उनके ध्यान में लाना चाहता हूं कि महिला आरक्षण विधेयक 2010 में पहले ही पारित हो चुका था, लेकिन इसे रोक दिया गया था.

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