मुंबई की 8 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है शिवसेना-यूबीटी, गठबंधन के घटक को बताएगी अपनी इच्छा

KNEWS DESK- मुंबई में लोकसभा की 10 सीटें हैं जिनमें से 8 पर उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना-यूबीटी चुनाव लड़ना चाहती है। इसके लिए पार्टी ने अपनी रणनीति भी तैयार कर ली है। आपको बता दें कि इसके लिए वो गिव एंड टेक की नीति अपनाने वाले हैं।

आठ लोकसभा सीटों पर उद्धव ठाकरे की नजर

उद्धव ठाकरे पिछले कुछ दिनों से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से सलाह-मशविरा कर रहे हैं। इसी क्रम में मंगलवार को उन्होंने मुंबई उत्तर पूर्व और मुंबई उत्तर लोकसभा सीट के पदाधिकारियों से मुलाकात की। 2019 में जब बीजेपी के साथ मिलकर अविभाजित शिवसेना ने चुनाव लड़ा था तो उसे मुंबई की छह में से तीन सीटों पर जीत हासिल हुई थी। मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण मध्य और मुंबई उत्तर पश्चिम सीटों तो इसने जीती ही थीं। इसके अलावा कल्याण, ठाणे और पालघर की सीटें भी अपने नाम की थीं। हालांकि, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई उत्तर पश्चिम, पालघर और कल्याण के सांसदों ने आगे एकनाथ शिंदे के गुट वाली शिवसेना को समर्थन दे दिया था।

भिवंडी सीट पर चुनाव लड़ेगी शिवसेना-यूबीटी

शिवसेना-यूबीटी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि मुंबई उत्तर पूर्व के पूर्व सांसद संजय दीना पाटिल हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं और हम इस सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। हम मुंबई उत्तर मध्य और मुंबई उत्तर सीटें कांग्रेस और एनसीपी के लिए छोड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले चुनाव में भिवंडी सीट पर चुनाव लड़ा था लेकिन हम इस बार शिवसेना-यूबीटी यहां से अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाहती है। बता दें कि मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से बीजेपी की पूनम महाजन ने कांग्रेस की प्रत्याशी प्रिया दत्त को मात दी थी।

ये भी पढ़ें-   उत्तर प्रदेश : राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने दिया बड़ा बयान , जाटों का आरक्षण मुद्दा हुआ किनारे

गठबंधन के साथ अपना रूख करेगी स्पष्ट

मुंबई नॉर्थ सीट बीजेपी का गढ़ माना जाता है। यहां से पिछले लोकसभा चुनाव में गोपाल शेट्टी ने कांग्रेस की प्रत्याशी और एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर को हराकर भारी अंतर से जीत हासिल की थी। वहीं, बीजेपी के कपिल पाटिल ने भिवंडी में कांग्रेस के सुरेश तवरे को हराया था, जबकि पालघर सीट पर अविभाजित शिवसेना के प्रत्याशी को जीत मिली थी। उधर, सूत्रों का कहना है कि शिवसेना-यूबीटी महाविकास अघाड़ी के सहयोगियों के सामने अपना रुख स्पष्ट करेगी।

ये भी पढ़ें-   आरटीओ देहरादून पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप, नियमों के विरुद्ध टेंडर देने का मामला

About Post Author