नई मुसीबत बनकर आया डेंगू

 

कोरोना की तीसरी लहर की शुरूआत का समय करीब आता जा रहा है। लेकिन इस बीच डेंगू नई मुसीबत बनकर सामने खड़ा हो गया है। हर तरफ मरीज बढ़ते जा रहे हैं, सरकार भी इन हालातों को लेकर चिंतित है। कोरोना संक्रमण  के बाद अब इन दिनों डेंगू भी कहर बरपा रहा है। हैरानी और चिंता की बात तो ये है कि कोरोना वायरस की तरह ही डेंगू के भी रूप बदल रहे हैं। डेंगू के नये स्ट्रेन ने दस्तक दे दी है, और मिस्ट्री फीवर के मरीज़ों की तादाद हजारों में है। वायरल और डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। हमीरपुर में डेंगू बुख़ार ने जिले दस्तक दे दी है, ग्रामीण ईलाको में दो डेंगू के मरीज़ मिले हैं। ज़िले में 600 सौ से ज़्यादा मरीज वायरल बुख़ार के मिलेने से अस्पतालों में

मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं मथुरा जिले में लगातार संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।  पिछले तीन दिन में तीन मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है, और पांच डेंगू के नए मरीज भी सामने आए हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग पर मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप है। फतेहाबाद में भी वायरल मलेरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। लगातार बीमार लोगों के मामले सामने आ रहे हैं…वहीं दो डेंगू के संदिग्ध मरीज मिले हैं, जिनको अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा हैं। अमरोहा में  भी तेजी से बुखार पैर पसार रहा। जहां150 बुखार के मरीज जिला अस्पताल पहुंचे हैं। नगर निगम और हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से साझा अभियान चलाया जा रहा है और घरों में विजिट कर फॉगिंग की जा रही है ताकि मच्छर न पनप सकें।  हालांकि इस बीच राहत की बात यह है कि प्रदेश में कोरोना के केसों में कमी का दौर है। इसलिए स्वास्थ्य ढांचे पर ज्यादा दबाव नहीं है और ऐसे में डेंगू की समस्या पर पूरा फोकस करने का प्रयास किया जा रहा है। पर बड़ा सवाल ये है कि आखिर कब तक ये व्यवस्थाएं सुव्यवस्थित होंगी और कब डेंगू का कहर खत्म हो पायेगा।

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