लेखक प्रभात ने तोड़ा पिंकी का दिल, पत्र लिख कर किया इनकार..

बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नाम नौकरी पाने के लिए एक खत लिखकर चर्चा में आयीं  पिंकी ने कुछ दिन पहले ‘बनारस वाला इश्क’ उपन्यास के लेखक प्रभात को प्रेम पत्र भेज कर अपने प्यार का इजहार किया था। जिसके चलते लेखक ने 14 फरवरी को उस पत्र का जवाब देने को कहा था। लेखक के जवाब का न सिर्फ पिंकी को इंतजार था बल्कि बिहार के साथ-साथ लेखक के फैंस को भी इंतजार था।
आज वो इंतजार खत्म हो गया है, लेखक प्रभात ने पिंकी के नाम एक चिट्ठी लिखी है और एक तरह से उनके प्रपोजल पर इनकार करते हुए दिल भी तोड़ा है, तो दूसरी तरफ पिंकी के हौसले और जज्बे की भरपूर तारीफ करते हुए हमेशा साथ देने का वादा भी किया है।

पिंकी के नाम लेखक की चिट्ठी

प्रिय पिंकी,

तुम्हरे अंदाज में तुम्हरी चिट्ठी का जवाब दे रहे हैं। तुमको पता है, बवाल मचा दी हो। ऐसा लिखी हो पूरे भारत में लइका-लइकी एक दूसरे को चिट्ठी पढ़ा रहा है। बोरिंग रोड से लेकर पटना कॉलेज तक के लईकी सब स्टेटस लगाई कि “पिंकी टेंशन में है, इसको प्यार चाहिए”। हमरा पता है तुमको प्यार चाहिए, का है कि तुम हिम्मत की हो, लेकिन प्यार से ज्यादा तुमको रोजगार चाहिए।

तुम्हारा प्रपोज करने का तरीका हमको पसंद आया। हम इतना कमा लेते हैं कि बिना तुम्हरी नौकरी के हां कह सकते हैं और तुमको अपना प्यार भी मिल जाएगा, लेकिन हम तुम्हरा स्वाभिमान नहीं तोड़ना चाहते हैं। तुम जब लिखी हो न कि “मेरी नौकरी होती तो लेखक को प्रपोज करते”, ई बात करेजा में एकदम धक से लगा है और मन किया है कि कहें जिंदाबाद लड़की! तुमने गर्दा उड़ा दिया। यह दौर तुम्हारा है, नफरतों के बीच तुमने प्रेम चुना। तुमने चुना स्वाभिमान, तुमने चुनी बराबरी।’

प्रभात ने पिंकी से कहा ‘तुम्हरी चिट्ठी हर उस लड़की की लिए हिम्मत है जिसने अपने बाबू जी से कहा है कि दू साल रुक जा ना पापा, जॉब लेवे दा तब बियाह करिअ… मैं तुम्हारा हमसफर तो नहीं बन सकता, लेकिन साथी जरूर रहूंगा। किसी रोज हम नजर आएंगे पटना की सड़क पर तुम्हारी आवाज बनकर और इंतजार है बिहार दिवस 22 मार्च का, जिस दिन शायद तुम मुझसे मिलने आओगी।

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