Knews Desk, राज्य सरकार पंजाब को रंगला पंजाब बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है. चाहे वह पंजाब में खेलों को बढ़ावा देना हो या फिर नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ना हो. हर क्षेत्र में राज्य सरकार पंजाब को रंगला पंजाब बनाने की दिशा में कार्य कर रही है. वहीं, पंजाब सरकार के इस अभियान में पुलिस प्रशासन भी सरकार का पूरा सहयोग कर रही है.
इसी कड़ी में लुधियान पुलिस ने एक अहम पहल करते हुए 16 नवंबर यानि शहीर करतार सिहं सराभा की जंयती के मौके पर एक साइकिल रैली का आयोजन किया है. इस साइकिल रैली और पंजाब सरकार के नशे के खिलाफ इस अभियान को सफल बनाने में एक अहम भुमिका निभा रही है लुधियान की एडीसीपी रुपिंदर कौर सरां.
साइकिल रैली के प्रचार में जुटी हैं एडीसीपी रुपिंदर कौर
लुधियान की एडीसीपी रुपिंदर कौर सरां पिछले लंबे समय से इस साइकिल रैली को सफल बनाने के लिए कार्य कर रहीं है. रुपिंदर कौर सरां लोगों को इस रैली में भाग लेने के लिए जगह-जगह जाकर अपील कर रही है. रुपिंदर कौर सरां सोशल मीडिया से लेकर स्कूलों में जाकर इस रैली के प्रचार में जुटी हैं.
उनके प्रयासों का नतीजा है कि पंजाब फिल्म उद्दयोग के सबसे बड़े अभिनेता गुग्गू गिल और करमजीत अनमोल जैसे बड़े गायक व अभिनेता आज लोगों से इस साइकिल रैली में भाग लेने के लिए अपील कर रहे हैं. साथ ही रुपिंदर कौर से इन प्रयासों की भी सरहाना कर रहे हैं.
यह रैली होगी भारत की सबसे बड़ी साइकिल रैली
वहीं, माना जा रहा है कि यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी साइकिल रैली हो सकती है. अगर ऐसा होता है तो इस रैली को सफल बनाने में जिन लोगों का हाथ होगा उनमें सबसे पहले नाम लुधियान की एडीसीपी रुपिंदर कौर सरां का लिया जाएगा.
लुधियान की एडीसीपी रुपिंदर कौर सरां का कहना है कि हमें अपने पंजाब को फिर से रंगला पंजाब बनाना है. जिसके लिए जरूरी है कि हमारी युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे. उन्होंने कहा कि जब समाज के लोग किसी समस्या को दूर करने के लिए जनसंकल्प कर लें तो कोई भी समस्या बड़ी नहीं है.
16 नवंबर को निकाली जाएगी साइकिल रैली
लुधियान की एडीसीपी रुपिंदर कौर सरां ने कहा कि नशे जैसी सामाजिक बुराईयों को तभी दूर किया जा सकता है. जब प्रशासन के साथ जनता का समर्थन भी मिले. मेरा मानना है कि जनसमर्थन से हम अपने पंजाब से इस समस्या को मिटा देंगे.
वहीं, 16 नवंबर को साइकिल रैली के माध्यम से हम युवाओं को नशे से दूर रहने स्वास्थ्य और फिटनेस की संस्कृति को बढ़ावा देने का प्रयास करेंगे. इसके साथ ही यह वही दिन है जो हमारे देश के सबसे महान दिनों में से एक है. इसी दिन शहीद सरदार करतार सिंह सराभा ने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी.