KNEWS DESK- भारत के संविधान को अंगीकार किए जाने के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मंगलवार को देशभर में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। यह कार्यक्रम संविधान सदन के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में होगा, जहां भारतीय संविधान की महत्ता और उसके योगदान पर चर्चा की जाएगी। इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे।
राष्ट्रपति मुर्मू के संबोधन के साथ ही एक वर्ष तक चलने वाले संविधान से जुड़े समारोहों की शुरुआत होगी। यह समारोह भारतीय संविधान की स्थिरता और उसकी भूमिका को व्यापक रूप से प्रदर्शित करेगा। यह अवसर न केवल संविधान के ऐतिहासिक महत्व को स्वीकार करने का है, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और विविधता को भी मान्यता देने का है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऐतिहासिक अवसर पर सुप्रीम कोर्ट में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में भाग लेंगे। मोदी सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस समारोह में शिरकत करेंगे, जहां वह भारतीय न्यायपालिका (2023-24) की वार्षिक रिपोर्ट जारी करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री एक विशेष सभा को संबोधित भी करेंगे। पीएमओ ने इस कार्यक्रम को लेकर बताया कि उच्चतम न्यायालय के प्रशासनिक भवन परिसर के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय न्यायपालिका के योगदान और उसके विकास को उजागर करना है।
संविधान दिवस के मौके पर पूरे देश में संविधान के प्रति सम्मान और उसके मूल सिद्धांतों की सराहना करने के लिए कई और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह दिन भारतीय समाज के न्याय, समानता और स्वतंत्रता के आदर्शों को पुनः संजीवित करने का अवसर है।
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