Knews Desk, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरूवार को गोहाना से भाजपा प्रत्याशी अरविन्द शर्मा व बरोदा से प्रदीप सांगवान का नामांकन पत्र दाखिल करवाया। इससे पहले जनसभा में मुख्यमंत्री ने कांग्रेस और हुड्डा को घेरा। भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर जोरदार हमला करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हुड्डा 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे और मैं मात्र 56 दिन ही काम कर पाया। फिर भी अगर भूपेन्द्र सिंह हुड्डा चाहें, तो दोनों के कार्यकाल का तुलना करके देख लें, किसने ज्यादा काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 56 दिनों का उनका यह कार्यकाल विकास का मात्र ट्रेलर है, असली पिक्चर 8 अक्टूबर को चुनावी नतीजों के बाद दिखाई जाएगी।
सैनी ने कहा कि कांग्रेस के शासन में जिस तरह महिलाओं, युवाओं और गरीबों पर अत्याचार होते थे, आज उसका बदला लेने का समय है। हरियाणा की जनता ने हुड्डा को 10 साल पहले ही नकार दिया था। इस बार भी कांग्रेस और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जनता हरियाणा की कुर्सी नहीं देगी। जनता ने हुड्डा को सत्ता से परमानेंट बेदखल कर रखा है। हुड्डा हरियाणा में लूट का राज कायम करने के सपने छोड़ दें। इस अवसर पर बरोदा से भाजपा प्रत्याशी प्रदीप सांगवान और मंडी प्रधान रामधारी जिंदल भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल पर तंज कसते हुए कहा कि भूपेन्द्र हुड्डा के कार्यकाल में शाम 6 बजे के बाद कोई काम नहीं होता था, जबकि मैंने हर समय मुख्यमंत्री आवास के दरवाजे सभी के लिए खोल दिए हैं। यदि आधी रात में भी किसी को आवश्यकता हो, तो वह अपने मुख्यमंत्री के पास आ सकता है।
कार्यकतार्ओं में भरा जोश
मुख्यमंत्री सैनी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है की भारतीय जनता पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता अब मतदान की तिथि तक चैन से नहीं बैठेगा और भाजपा के पक्ष में अधिक से अधिक मतदान सुनिश्चित करेगा।
कांग्रेस के नताओं में नहीं आया कोई परिवर्तन: अरविन्द शर्मा
इस मौके पर गोहाना विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी अरविन्द शर्मा ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि 2014 में जनता ने जिस कांग्रेस की सरकार को नकार दिया था, यह बिल्कुल वैसी ही कांग्रेस पार्टी है। इनके नेताओं में आज तक कोई भी बदलाव नहीं आया। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 56 दिनों के भीतर ही प्रदेश की जनता के विकास के लिए 126 ऐतिहासिक फैसले लिए हैं और हरियाणा को एमएसपी पर किसानों की सभी फसलें खरीदने वाला पहला राज्य बना दिया है।