KNEWS DESK – महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं को 1000 रुपए की आर्थिक मदद हर महीने सीधे डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में प्राप्त होती है।
गीता नायक ने योजना की सराहना करते हुए कहा
पूरे राज्य में इस योजना का सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। कोरबा विकासखण्ड के कोरकोमा की रहने वाली गीता नायक ने योजना की सराहना करते हुए कहा कि करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह एक सार्थक प्रयास है। योजना से मिलने वाली राशि जरूरतमंद महिलाओं के लिए मुश्किल वक्त का सहारा बनी है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना से प्रतिमाह खाते मे 1000 रुपए मिलने से महिलाओं को अपनी छोटी-बड़ी जरूरतों को पूरा करने में आसानी होती है। हितग्राही नायक ने कहा कि उनके पति नीलांबर नायक खेती का कार्य करते हैैं। विगत 6 माह से उन्हें योजना के तहत राशि प्राप्त हो रही है। जिसका उपयोग वे अपने एवं अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने, बच्चों के अध्यापन कार्य तथा उनके लिए पौष्टिक भोजन की व्यवस्था करने में करती हैैं। साथ ही राशनकार्ड से उन्हें निर्धारित दर पर खाद्यान्न भी प्राप्त होता है।
उन्होंने कहा कि हर माह खाते में राशि जमा होने से महिलाओं के आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी हो रही है। साथ ही उन्हें एक प्रकार की वित्तीय सुरक्षा महसूस होती है। जिससे वे निर्भीक होकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर पाती हैैं। उन्होंने महतारी वंदन योजना को महिलाओं के लिए उपयोगी एवं लाभप्रद बताते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।
उषा आडिल ने बताया
लाभान्वित होने वाली हितग्राही रायपुर जिले के गांव सिलतरा निवासी 50 वर्षीय उषा आडिल ने बताया कि महतारी वंदन की राशि पाकर आज बहुत खुशी हो रही है। इसे शब्दों में बया नहीं कर सकती हूं। राशि का उपयोग अपनी कालेज में पढ़ने वाली बेटी निम्मी के लिए कर रही है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी बी. एस. सी. द्वितीय वर्ष में पढ़ाई कर रही है। कालेज की फीस भरने के लिए राशि काम आ रही है।
उसी गांव की प्रेमा वर्मा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार जताया। उन्होंने अपनी 7 वर्ष की नन्ही पोती चित्रांशी के लिए चांदी का आभूषण खरीदकर उपहार देने की बात कही।
रायपुर जिले के ग्राम रैता निवासी संतोषी खुंटे ने बताया कि छोटी-छोटी जरूरतों को पूरी करने के लिए दूसरे पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। राशि का उपयोग अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए करेगी। रायपुर निवासी अर्चना पद्मवार ने बताया कि पैसा का उपयोग अपनी जरूरी दवाईयां खरीदने के कर रही हैं।
महासमुंद जिले के गांव जीवतरा निवासी पार्वती मोंगरे ने बताया कि उनका बेटा नारायण बी.एस.सी. कर रहा है। राशि का उपयोग में उसकी कापी किताब और फीस भरने के लिए राशि का उपयोग कर रही हैं। महासमुंद जिले के गांव कनेकेरा निवासी संतोषी ने कहा कि मोदी ने अपनी गारंटी पूरी कर दी। उन्होंने जो कहा वो किया। बालोद जिले के गांव अरमरी निवासी चुमेश्वरी दुबे ने बताया कि महतारी वंदन से मिली राशि का उपयोग पौष्टिक फल फूल और राशन सामग्री के लिए कर रही है ताकि बच्चों स्वास्थ्य और बेहतर बन सके।
यह भी पढ़ें – पेरिस ओलंपिक में भारत ने जीता तीसरा मेडल, स्वप्निल कुसाले ने रचा इतिहास