उत्तराखण्ड में रफ़्तार पकड़ेगा “मिशन मिलेट”

देहरादून, अब मिशन मिलेट योजना को उत्तराखण्ड में भी रफ़्तार मिलने वाली है। उत्तराखण्ड राज्य में मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा दिया जायेगा। मोटे अनाज को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य कैबिनेट ने मिशन मिलेट योजना के लिए 73 करोड़ की लागत की परियोजना को मंजूरी दे दी गयी है। मिशन मिलेट योजना के अंतर्गत मोटे अनाजों के साथ ही झंगोरा, मंडुवा के राज्य में उत्पादन के लिए बढ़ावा दिया जायेगा। इसको लेकर यह भी तय किया गया है कि सरकार अनाज मंडुवे को किसानों से पैंतीस रूपये किलो के हिसाब से खरीदेगी। और इसकी पौष्टिकता को देखते हुए इसे स्कूलों में मिड डे मील में शामिल किया जायेगा। योजना के संम्बन्ध में बताते हुए मुख्य सचिव एसएस संधु ने कहा कि इस योजना के धरातल में आने से किसान मोटे अनाजों के उत्पादन को लेकर न सिर्फ प्रोत्साहित होंगे बल्कि उन्हे अनाजों के अच्छे दाम भी मिलेंगे। साथ ही अनाजों के विपणन की भी सरकार ने व्यवस्था की है। मिड डे मील योजना के तहत छात्रों को हफ़्ते में एक दिन झंगोरे की खीर को भोजन में शामिल किया जायेगा। मिशन मिलेट योजना के अन्तर्गत सरकार एक रूपये प्रति किलो मंडुआ देगी। इस संम्बन्ध में कृषि एवं कृषक कल्याण सचिव डाॅ बीवीआरसी पुरूषोत्तम ने कहा कि हरिद्वार, देहरादून, नैनिताल, उधमसिंह नगर जिलों में मौजूद सरकारी राशन की दुकानों में अन्त्योदय योजना के अंन्तर्गत प्रति राशन कार्ड पर एक रूपयेे प्रति किलों की दर से मिलेगा।

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