कुंभ की रूपरेखा तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी
लखनऊ- योगी सरकार अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के अवसर पर उत्तर प्रदेश में कृषि कुंभ की तैयारी कर रही है, ताकि उत्तर प्रदेश के किसानों को कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट उत्पादन करने वाले देशों से आए विशेषज्ञों के अनुभवों का लाभ मिल सके। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। साथ ही अधिकारियों को इस बात के लिए भी निर्देशित किया गया कि कृषि कुंभ का लाभ प्रदेश के हर गांव के किसानों तक अवश्य पहुंचे।
योगी सरकार प्रदेश के किसानों की आय कई गुना बढ़ाने तथा कृषि संबंधी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर रही है। इसी का नतीजा है कि पिछले 6 वर्षों में किसानों की आय में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। इसी कड़ी में योगी सरकार ने प्रदेश के किसानों को समय से बीज उपलब्ध कराने और उसकी पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब किसानों को बायोमैट्रिक के जरिए नि:शुल्क बीज मिनीकिट वितरित की जाएगी ताकि कोई किसान इससे वंचित न रह जाए|
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने संकर बीजों के उपयोग को बढ़ावा देने की योजना, कृषि कुम्भ की तैयारी, ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन तथा ऑटोमेटिक रेन गेज स्थापित किए जाने, यूपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन लि. की वित्तीय स्थिति तथा खरीफ सीजन में उर्वरकों की उपलब्धता को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान बीज वितरण के लिए अधिसूचित की गई कंपनियों की सिक्योरिटी राशि को 10 लाख से घटाकर 5 लाख करने का निर्णय लिया गया। पात्र किसानों को संकर बीजों के मिनीकिट समय पर मिलें, इसके लिए बायोमेट्रिक मशीनों की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही प्रतिस्पर्धी कंपनियां अपने बीज स्टॉल लगाएगी, जिससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज समय पर बिना किसी कठिनाई के मिल सके। इसके विकल्प के रूप में किसानों को सब्सिडी वाले टोकन उपलब्ध कराकर बाजार से बीज खरीदने की छूट भी दी जा सकती है।
योगी सरकार प्रदेश भर में मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बनाई जाने वाली रणनीति के तहत वर्षभर की गतिविधियों का कैलेंडर तैयार करने की योजना बना रही है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में अधिक उत्पादन वाले मिलेट्स के प्रति किसानों के लिए जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, वहीं संकर बीजों के वितरण की सब्सिडी किसानों को 72 घंटों के भीतर उपलब्ध कराई जाएगी।