अयोध्या: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले ई-रिक्शों के लिए रूट तय, उदया चौराहे से नयाघाट मुख्य मार्ग पर नहीं चलेंगे ई-रिक्शा

रिपोर्ट: आर. पी. सिंह

अयोध्या,  रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामनगरी को अव्यवस्थित ई-रिक्शा संचालन व इनसे लगने वाले जाम से निजात दिलाने की तैयारी चल रही है। यातायात पुलिस ने ई-रिक्शों के लिए रूट तय की योजना बनाई है। नगर निगम क्षेत्र को सात जोन व 37 सब जोन में बांटकर संचालन किया जाएगा।

उदया चौराहे से टेढ़ी बाजार होकर लता मंगेशकर चौक नया घाट मार्ग को नो ई-रिक्शा जोन बनाने का प्रस्ताव है। यहां सिर्फ ई-बसें ही चलाई जाएंगी। गैर जिलों के नंबर वाले ई-रिक्शों को शहर से बाहर किया जाएगा। यातायात पुलिस ने इस प्लान को मंडलायुक्त को सौंपा है।

सात जोन मार्ग में रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, रीडगंज, मकबरा, परिक्रमा मार्ग, अयोध्या के विभिन्न मार्ग व कालोनियों के मार्ग शामिल हैं। यहां से शहर के लिए ई-रिक्शा का संचालन किया जाएगा। इनकी संख्या भी निर्धारित की जाएगी। यहां से बुकिंग व शेयरिंग ई-रिक्शा को अलग-अलग चिह्नित किया जाएगा।

उदाहरण के तौर पर रेलवे स्टेशन से बूथ नंबर एक सहादतगंज, रिकाबगंज, हनुमानगढ़ी, कौशलपुरी, नाका व बस स्टेशन तक जाने के लिए करीब 100 ई-रिक्शा को रूट नंबर दिया जाएगा। सभी जोन रंग के हिसाब से, जबकि रूट का नाम ई-वन, टू, थ्री… आदि होगा। एक-एक जोन से 400 से 500 ई-रिक्शा चलेंगे।

वहीं, 37 उप मार्ग अयोध्या के विभिन्न मार्ग व कालोनियों में जाने वाले मार्ग होंगे। प्रत्येक उप मार्ग पर 50 ई-रिक्शे के संचालन की योजना है। इस प्लान के तहत निगम क्षेत्र में करीब पांच हजार ई-रिक्शों का संचालन हो सकेगा। ड्राइविंग लाइसेंसधारी प्रशिक्षित चालक ही वाहन चला सकेंगे।

प्लान उच्चाधिकारियों को सौंपा

ई-रिक्शा वाहनों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। इसके अव्यवस्थित संचालन से शहर में जाम को बढ़ावा मिल रहा है। नियंत्रण के लिए इनका रूट निर्धारण करने की योजना बनाई है। इसमें निगम क्षेत्र के सभी मार्ग शामिल हैं। इस प्लान को उच्चाधिकारियों को सौंपा गया है।

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