केशव के एक ट्वीट से सियासी हलचल तेज, चर्चाओं का बाजार गर्म

संगठन और सरकार मैं सब कुछ ठीक-ठाक नहीं

यूपी बीजेपी अध्यक्ष को लेकर जोर आजमाइश लगा रहे यूपी भाजपा के नेता

केशव के ट्वीट को देखा जाए तो अगले अध्यक्ष हो सकते हैं केशव मौर्य

यूपी बीजेपी में केशव के नाम की चर्चा तेज भाजपा सूत्रों का दावा केशव प्रसाद मौर्य ही होंगे प्रदेश अध्यक्ष

संगठन और सरकार में सामंजस्य तालमेल बैठाने की जिम्मेदारी होगी केशव प्रसाद मौर्य की

राष्ट्रीय नेतृत्व जल्द लेगा फैसला चौकानेवाले नाम का हो सकता है ऐलान

नवनियुक्त संगठन महामंत्री की बैठक से पहले केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा संगठन सरकार से बड़ा है जिसको लेकर यूपी भाजपा की सियासत में हलचल तेज अध्यक्ष को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म

केशव के ट्वीट से यूपी की सियासत में खलबली:लिखा- संगठन सरकार से बड़ा, 5 दिन पहले मिले थे जेपी नड्‌डा से

संगठन महामंत्री नियुक्त होने के बाद अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर यूपी भाजपा के नेता लगातार दिल्ली दरबार के चक्कर काट रहे हैं। इसी बीच नवनियुक्त संगठन महामंत्री धर्मपाल ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश और ब्रज क्षेत्र के 38 जिलों के सभी सांसद विधायक विधान परिषद सदस्य दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बृजेश पाठक प्रभारी पश्चिमी उत्तर प्रदेश जेपीएस राठौर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सभी 38 जिलों के जिला अध्यक्ष की बैठक ली। बैठक से ठीक पहले केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा कि संगठन सरकार से बड़ा होता है इसको लेकर यूपी की सियासत में चर्चाओं का बाजार गर्म है इससे पहले भी केशव प्रसाद मौर्य ने मंच से कहा था कि 2017 में मैं प्रदेश अध्यक्ष था मेरे नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला था जिसका श्रेय पार्टी के लोग और कार्यकर्ता मुझे देते हैं जबकि जीत के इस तरह के असली हकदार संगठन महामंत्री सुनील बंसल इसको लेकर भी काफी चर्चा रहा। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केशव प्रसाद मौर्य बृजेश पाठक सहित तमाम भाजपा के पदाधिकारी दिल्ली दरबार के चक्कर काट कर आए हैं केशव प्रसाद मौर्य लगातार राष्ट्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर रहे हैं जिससे यह कयास लगाया जा रहा है कि केशव प्रसाद मौर्या के नेतृत्व में ही 2024 लोकसभा चुनाव लड़ा जाएगा उत्तर प्रदेश में केशव प्रसाद मौर्य जी भाजपा का नेतृत्व करेंगे । पहली सरकार के गठन के बाद ही केशव प्रसाद मौर्य और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच सबकुछ ठीक-ठाक नहीं रहा है जिसका कई बार मंचों पर भी देखने को मिला दोनों नेताओं के बीच सामंजस्य बैठाने के लिए कई बार राष्ट्रीय नेतृत्व को भी दखल देना पड़ा था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों में शामिल हो गए और भाजपा के बड़े नेताओं में अपने आप को स्थापित किया। केशव प्रसाद मौर्या भी कम नहीं उनका भी रोल ओबीसी चेहरा होने के साथ-साथ संगठन में अच्छी पकड़ कार्यकर्ताओं मैं अच्छी पैठ होने के साथ-साथ राष्ट्रीय नेतृत्व के पसंद का चेहरा है है उत्तर प्रदेश में ऐसे में राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ-साथ r.s.s. और संगठन भी केशव प्रसाद मौर्य को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बराबर का नेता मानता है।

 

उत्तर प्रदेश में सरकार और संगठन के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। गाजियाबाद में प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल की पहली बैठक में शामिल होने के बाद केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, “संगठन सरकार से बड़ा है!”
केशव के इस ट्वीट के बाद यूपी में सियासी हलचल शुरू हो गई। इसकी वजह है कि आखिर ट्वीट करके उन्होंने यह बात क्यों कहीं। आखिर वह किसको संदेश देना या बताना चाहते हैं कि संगठन सरकार से बड़ा है। क्योंकि, प्रदेश की योगी सरकार में वह खुद डिप्टी सीएम हैं।
5 दिन पहले कहा था- भाजपा को शून्य से शिखर तक ले जाने का श्रेय महामंत्री को
सिर्फ यही नहीं, अभी 5 दिन पहले भी केशव ने संगठन महामंत्री की तारीफ की थी। अटलजी की पुण्यतिथि में लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मौर्य ने कहा था, ”यूपी में भाजपा को शून्य से शिखर तक ले जाने का श्रेय भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को जाता है।”
उन्होंने आगे कहा था, “अध्यक्ष तो मैं भी रहा हूं…। उस समय हुए चुनाव में जीत का मुकुट भले मेरे सिर बंधा हो। मगर, उस जीत का कोई सही अधिकारी है, तो वो सुनील बंसल ही हैं।” इस कार्यक्रम में सीएम योगी समेत मंत्रिमंडल के कई मंत्री भी मौजूद थे। कार्यक्रम में खुद सुनील बंसल भी मौजूद थे। बता दें कि करीब 8 साल बाद यूपी से सुनील बंसल की विदाई हो चुकी है।

केशव मौर्य ने अपने टि्वटर अकाउंट से रविवार शाम को यह ट्वीट किया।

10 दिन में योगी, केशव, पाठक ने की नड्‌डा से मुलाकात
इससे पहले, 10 दिनों के अंतर में यूपी के 3 सबसे बड़े चेहरों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। सबसे पहले 11 अगस्त को सीएम योगी ने दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद 17 अगस्त को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य उनसे मिलने दिल्ली पहुंचे। इसके अगले ही दिन दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी जेपी नड्डा से मिलने दिल्ली पहुंच गए। मुलाकात की और तस्वीर भी शेयर की।
इन मुलाकात के बाद यह सवाल उठना शुरू हो गए थे कि क्या यूपी भाजपा में सब-कुछ ठीक नहीं है, या फिर किसी बड़े बदलाव की तैयारी है?

“जेपी नड्डा से डिप्टी सीएम की मुलाकात के बाद बदले सुर”
17 अगस्त को केशव प्रसाद मौर्य ने एकाएक दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा था कि मुलाकात उत्तर प्रदेश की राजनीति को लेकर हुई है। इस मुलाकात को उत्तर प्रदेश की राजनीति और सरकार संगठन को लेकर चर्चा की गई है।

“विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अमित शाह ने संगठन को बताया था सबसे बड़ा”
उत्तर प्रदेश में 37 साल बाद दोबारा पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली भाजपा का सीएम चुना जाना 25 अगस्त को तय हुआ था। राजधानी लखनऊ के लोक भवन में यूपी के पर्यवेक्षक बनकर आए अमित शाह और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीएम योगी आदित्यनाथ को दोबारा सीएम चुने जाने को लेकर ऐलान किया।
खास बात यह रही अमित शाह ने विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पार्टी विधायकों के सामने कहा था कि “संगठन से खुद को ऊपर किसी को नहीं समझना चाहिए। कोई भी नेता-कार्यकर्ता हो, संगठन उससे बड़ा है। अमित शाह ने साफ-साफ कहा था कि संगठन से ही सरकार का गठन हो सकता है सरकार से संगठन का नहीं।

गृह मंत्री अमित शाह के कहे हुए बातों को आज केशव प्रसाद मौर्य ने पीटकर यह जाहिर किया है कि केशव प्रसाद मौर्य का कद छोटा नहीं है उत्तर प्रदेश की राजनीति में केशव प्रसाद मौर्य सबसे बड़े चेहरे हैं इसीलिए चुनाव हारने के बाद भी संगठन ने केशव प्रसाद मौर्य को दोबारा डिप्टी सीएम बनाया।

अगले दो-चार दिनों में भाजपा यूपी के नए अध्यक्ष का ऐलान हो जाएगा उसमें किस नाम पर केंद्रीय नेतृत्व मुहर लगाएगा यह तो देखने वाली बात होगी लेकिन मीडिया और भाजपा सूत्रों की मानें तो केशव प्रसाद मौर्य ही अगले कमांडर होंगे भाजपा यूपी के।

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