जनता घबराई, कानून व्यवस्था चरमराई !

Knews Desk, उत्तराखंड में कानून व्यवस्था एक बार फिर सवालों के घेरे में है, दअरसल प्रदेशभर में आए दिन लूट, डकैती, रेप, गैंगरैप और मारपीट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक दुष्कर्म के मामलों में उत्तराखंड 9 पहाड़ी राज्यों में टाप पर है..और प्रदेशभर में ये आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। राज्य में स्थिति ये है कि विपक्ष के साथ साथ अब सत्तापक्ष के नेता भी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार के मौजूदा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया है। त्रिवेंद्र का कहना है कि ‘मैं अनुभव कर रहा हूं कि जिन कामों में पुलिसिंग होनी चाहिए, पुलिस उसके इतर कामों में लगी हुई है। हरिद्वार में दिनदहाड़े डकैती चिंता का विषय है। पुलिस का डर बदमाशों में दिखना चाहिए, जो बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहा है और उत्तराखंड के लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। त्रिवेंद्र के इस बयान ने भाजपा की चिंता को बढ़ा दिया है। इस बीच राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों के मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने टिप्पणी की है कि यह बेहद गंभीर समस्या है। वहीं कांग्रेस प्रदेशभर में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि अधिकांश मामलों में भाजपा के नेता ही अपराध में लिप्त है.और सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष और भाजपा नेता मुकेश बोरा पर महिला कर्मचारी से दुष्कर्म का आरोप है लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई, इसके अलावा सल्ट भाजपा मंडल अध्यक्ष भगवत बोरा किशोरी से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं और ऐसे दर्जनों भाजपा नेताओ पर आरोप है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई…सवाल ये है कि आखिर क्यों उत्तराखंड में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है।

 

 देवभूमि उत्तराखंड की शांति वादियों में अपराध का जहर घुलता जा रहा है। आए दिन अपराधों की बढ़ती संख्या शांति वादियों के इस प्रदेश में चिंता बढ़ा रहे हैं। आलम ये है कि महिला अपराधों के मामले में उत्तराखंड 9 पहाड़ी राज्यों में टाप पर है…बढ़ते मामले सरकार की चिंता को बढ़ा रहे हैं। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बिगड़ती कानून व्यवस्था के बीच अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई बैठक में हरिद्वार में ज्वेलरी शॉप में हुई करोड़ों रुपये के डकैती मामले के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के पेच कसे है। उन्होंने राज्य में अपराध की बढ़ती घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है। वहीं बीजेपी सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार फिर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं।

 

वहीं बदहाल कानून व्यवस्था पर राज्य में सियासत गरमा गई है। कांग्रेस की ओर से लगातार सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं। आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी इस संबंध में शीघ्र ही एक बड़ी मुहिम शुरू करने जा रही है। इसके तहत पांच लाख महिलाओं के हस्ताक्षर युक्त पत्र राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजे जाएंगे। कांग्रेस का आरोप है कि अधिकांश मामलों में भाजपा के नेता ही अपराध में लिप्त है.और सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष और भाजपा नेता मुकेश बोरा पर महिला कर्मचारी से दुष्कर्म का आरोप है लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई, इसके अलावा सल्ट भाजपा मंडल अध्यक्ष भगवत बोरा किशोरी से छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं और ऐसे दर्जनों भाजपा नेताओ पर आरोप है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई…

 

कुल मिलाकर राज्य में अपराध का ग्राफ बढ़ना चिंता की है। हांलाकि राज्य का पुलिस प्रशासन कई मामलों में कार्रवाई तो कर रहा है। लेकिन जो तत्परता समय रहते दिखनी चाहिए और जो व्यवस्था होनी चाहिए उसमे काफी कमी दिखाई दे रही है। वहीं प्रदेश में अपराध इस कदर तक बढ़ गया है कि खुद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करने पड़ रहा है। देखना होगा राज्य की कानून व्यवस्था में कब सुधार देखने को मिलता है।

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट

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