गोंडा : जिला महिला अस्पताल के गेट तड़पती रही गर्भवती ,नवजात की हुई मौत

गोंडा। गोंडा जिला महिला अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात शिशु के मौत का मामला सामने आया है। जहां एक गर्भवती महिला को स्ट्रेचर न मिलने से जिला महिला अस्पताल की गेट पर जमीन पर लेटी हुई तड़प रही थी और तड़पते तड़पते पीड़िता ने गेट के बाहर ही जमीन पर बच्चे को जन्म दे दिया। जब परिजन स्ट्रेचर ना मिलने गोद में उठाकर के महिला और बच्चे को अस्पताल के अंदर ले गए। जिसका वीडियो शोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है।  फिलहाल पूरे मामले में गोंडा जिला अधिकारी ने 3 सदस्यीय जांच टीम का गठन करके पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

दरअसल आपको बता दें कि नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पटेल नगर के रहने वाले राजेंद्र प्रसाद अपनी पत्नी अनीता को लेकर टेंपो के माध्यम से गोंडा के जिला महिला अस्पताल लेकर आये थे और टेंपू से उतारकर अपनी पत्नी अनीता को परिजन गोद में लेकर गोंडा जिला महिला अस्पताल के गेट पर पहुंचे। जहां अस्पताल कर्मचारियों से स्ट्रेचर की मांग की कि डिलेवरी होनी है हालत खराब है महिला को स्ट्रेचर से अंदर ले जाना है लेकिन ऐसे में कर्मचारियों ने पीड़ित राजेंद्र प्रसाद को स्ट्रेचर नहीं उपलब्ध कराया जिससे उनकी पत्नी अनीता बाहर जिला महिला अस्पताल की गेट पर जमीन पर लेटी हुई तड़प रही थी और तड़पते तड़पते पीड़िता अनीता ने गेट के बाहर ही जमीन पर बच्चे को जन्म दे दिया जब परिजन स्ट्रेचर ना मिलने गोद में उठाकर के महिला और बच्चे को अस्पताल के अंदर ले गए जहां पर इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर अपनी कुर्सी से नदारद रहे जिसके बाद परिजन दूसरे मंजिल पर भी गोद में ही उठाकर डिलीवरी रूम में ले गए जहां तैनात डॉक्टर ने नवजात बच्चे को मृत घोषित कर दिया। स्ट्रेचर ना मिलने पर बाहर तड़प रही महिला को गोद में उठाकर अस्पताल के अंदर लेने जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वहीं गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि यह बहुत ही चिंताजनक है औऱ बहुत डिफिकल्ट स्थित देखने को मिली है।हमने लोगों ने पूरी गंभीरता से इस विषय को लिया है। महिला अस्पताल में प्रॉपर कुछ समस्याएं आ रही है हमने एक टीम भी गठित किया है ASP औऱ एक वरिष्ठ डॉक्टर की टीम थी इन लोगों द्वारा हम लोगों को जांच आख्या भी दी जाएगी। इस तरह के विषयों पर हम लोग गंभीर है जो भी इसके लिए संबंधित है उनके विरुद्ध हम लोग कार्यवाही भी करेंगे। डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस करने की बात आई है हम लोग इसको चेक करवाते है। जिला महिला अस्पताल की सीएमएस को हम लोगों ने प्रभावी निर्देश दिए है। प्रशासनिक नियंत्रण की एक कमजोरी देखने को मिल रही है। डॉक्टरों का अभाव है ये भी एक बड़ा विषय है जो भी लोग इस मामले में दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ हम लोग कार्रवाई निर्धारित करेंगे।

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