2 साल पूरे,काम पूरे या अधूरे ?

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच उत्तराखंड की धामी सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। चुनाव के बीच पूरे हो रहे धामी सरकार के कार्यकाल को भाजपा बड़ी धूम धाम के साथ मनाने जा रही है। भाजपा 23 मार्च को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगी. इसके लिए पार्टी ने सभी मंत्रियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों की ड्यूटी भी लगा दी है। भाजपा का दावा है कि राज्य के इतिहास में अबतक का शानदार कार्यकाल धामी सरकार का है। वहीं विपक्ष धामी सरकार के कार्यकाल को बेहद निराशाजनक बता रहा है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में यूसीसी लागू करना, सख्त नकल विरोधी कानून, सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाना, महिलाओं को आरक्षण, नई खेल नीति, सख्त धर्मांतरण कानून, सिलक्यारा टनल रेस्क्यू आपरेशन की सफलता, बेरोजगारों को रोजगार, ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में साढ़े तीन लाख से ज्यादा के एमओयू हस्ताक्षर के साथ ही सालों से लटकी परिसंपत्ति विवाद को सुलझाना समेत तमाम उपलब्धियां मुख्यमंत्री धामी के रिपोर्ट कार्ड में सराकात्मक अंक जोड़ रही है.. जबकि जबकि मूल निवास, भू कानून के साथ ही हजारों रिक्त पड़े सरकारी पदो को ना भरने के साथ ही अन्य कई मुद्दों के अभी पूरा ना होने से मुख्यमंत्री के रिपोर्ट कार्ड में नकारात्मक अंक जुड रहे हैं। सवाल ये है कि आखिर जब इतना शानदार कार्य धामी सरकार का है तो फिर इतना प्रचार करने की जरूरत क्यों है

उत्तराखंड की धामी सरकार का 23 मार्च को दो साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। दो साल पूरे होने के अवसर पर भाजपा ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों के प्रचार के लिए सभी 19 सांगठनिक जिलों में प्रेस वार्ताएं और गोष्ठियां करने का फैसला किया है। पदाधिकारियों व मंत्रियों की ड्यूटी भी लगाई है। देहरादून महानगर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तरकाशी में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, चमोली में गणेश जोशी समेत तमाम कैबिनेट मंत्री, सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेसकॉन्फ्रेंस कर सरकार की उपलब्धियों को गिनाएंगे। भाजपा ने धामी सरकार के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताया है जबकि विपक्ष का कहना है कि धामी सरकार का अबतक का कार्यकाल बेहद निराशाजनक है

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में यूसीसी लागू करना, सख्त नकल विरोधी कानून, सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाना, महिलाओं को आरक्षण, नई खेल नीति, सख्त धर्मांतरण कानून, सिलक्यारा टनल रेस्क्यू आपरेशन की सफलता, बेरोजगारों को रोजगार, ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में साढ़े तीन लाख से ज्यादा के एमओयू हस्ताक्षर बड़ी उपलब्धि है। जबकि मूल निवास, भू कानून और खाली पड़े हजारों सरकारी पदों को भरना जेसी कई बड़ी चुनौतियां सामने है

कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पूरे हो रहे धामी सरकार के दो साल के कार्यकाल को बड़ी धूमधाम के साथ भाजपा ने मनाने का फैसला लिया है। साथ ही सरकार की उपलब्धियों को जनजन तक पहुंचाने के लिए सभी की ड्यूटी भी लगा दी गई है। सवाल ये है कि आखिर जब इतना शानदार कार्य धामी सरकार का है तो फिर इतना प्रचार प्रसार करने की जरूरत क्यों है

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