रक्षाबंधन ही नहीं जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी को लेकर मन में है भ्रम तो जानिये सही तारीख

KNEWS DESK :-  हमारे देश में बहुत सारे पवित्र त्योहार मनाए जाते हैं साथ ही हिंदू धर्म में तीज-त्योहार और उससे जुड़े शुभ मुहूर्त की मान्यतायें बहुत हैं. बिना सही मुहूर्त के हिन्दू धर्म के लोग कोई भी शुभ काम नहीं करते हैं| और शुभ मुहूर्त  जानने के लिए पंचांग की मदद ली जाती है इस साल राखी ही नहीं बल्कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और गणेशोत्सव की तारीख को लेकर लोगों के मन में भ्रम बना हुआ है. आपको हम इन सभी के सही मुहूर्त के बारे में बतायेंगे |

कब मनायें रक्षाबंधन

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और भी मजबूत बनाने वाला त्योहार है | इस दिन बहन अपने भाई को तिलक लगा कर उसे राखी बाँधती है|  इसके बदले भाई बहन को गिफ्ट देकर जिंदगी भर रक्षा करने का वचन देता है | हर साल राखी श्रावण मास के पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है लेकिन इस साल रक्षाबंधन के दिन भद्रा काल लगने की वजह से बहुत कन्फ्यूजन बना हुआ है|  कुछ लोंगो कह रहे हैं कि राखी 30 अगस्त को है तो कोई कह रहा है कि राखी 31 अगस्त को है |

आइये आपको बताते हैं कि कब है राखी ,  इस साल पूर्णिमा 30 अगस्त को सुबह  10 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा और 31 अगस्त को प्रातःकाल 7 बजकर 5 मिनट पर खत्म होगा|  लेकिन इस वर्ष भद्रा भी हो रहा है जो राखी बाँधने के लिए अशुभ माना जाता है | इस साल भद्रा काल 30 अगस्त को पूर्णिमा तिथि के साथ ही प्रारंभ हो जाएगा ओर पूरे 10 घंटे के बाद यानि 30 अगस्त को 9 बजकर 2 मिनट पर खत्म हो जाएगा | इस वजह से राखी बाँधने का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त के रात 9 बजकर 2 मिनट से लेकर 31 अगस्त के सुबह 7 बजकर 5 मिनट तक रहेगा |

कब मनायें गणेश चतुर्थी 

हर साल बाप्पा का इंतज़ार हम सभी करते हैं | गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे देश में और खास कर के महाराष्ट्र में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है|  यह महापर्व पूरे दस दिन मनाया जाता है|  ऐसा माना जाता है कि जो भक्त भगवान गणेश की पूजा पूरे विधि विधान से करता है उसे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है| हर साल भगवान गणेश के महापर्व का शुभारंभ भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होता है और अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान गणेश विदा ले लेते हैं |

पंचांग के अनुसार इस वर्ष भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 18 सितंबर के दोपहर 2 बजकर 9 मिनट से होगी और 19 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 13 मिनट पर खत्म होगी| सनातन धर्म के जानने वालों के अनुसार गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को मनाई जाएगी| 2023 की गणेश चतुर्थी बहुत शुभ है क्योंकि इस साल गणेश चतुर्थी के साथ रवि योग ओर स्वाति नक्षत्र का भी निर्माण हो रहा है |

कब मनायें कृष्ण जन्माष्टमी 

सनातन धर्म में श्री कृष्ण जन्माष्टमी को बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है | इस दिन भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण का जन्म हुआ था | ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण स्वयं धरती पर रहते है|  इस दिन जो भी व्यक्ति नंद के लाल की पूजा पूरे विधि विधान से करता है उसके सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं और जीवन खुशियों से भर जाता है| हर साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मानया जाता है क्योंकि इसी दिन कृष्ण भगवान का जन्म हुआ था |

इस साल जन्माष्टमी के तारीख को लेकर बहुत भ्रम है| पंचांग के अनुसार इस साल भाद्रपद की अष्टमी तिथि 6 सितंबर को दोपहर 3बजकर 37 मिनट से शुरू हो रही है और 7 सितंबर को शाम 4 बजकर 14 मिनट पर समाप्त हो रही है| पुराणों के अनुसार बांके बिहारी का जन्म रात के 12 बजे हुआ था, ऐसे में स्मार्त यानि गृहस्थ लोग जन्माष्टमी का व्रत 6 सितंबर को रखेंगे जबकि वैष्णव और इस्कॉन से जुड़े लोग 07 सितंबर को कान्हा का जन्मोत्सव मनाएंगे|

About Post Author