पिता ने बेटी को अपनी बंदूक से गोली मारकर उतारा मौत के घाट,पुलिस ने शव को कब्जें में लेकर कराया पोस्टमार्टम

रिपोर्ट: प्रशांत सोनी

कासगंज: सदर कोतवाली क्षेत्र की सबसे पॉश कॉलोनी आवास विकास में बीते दिवस एक ऐसी घटना घटित हुई जिससे पूरी कॉलोनी मे सनसनी फैल गई, कॉलोनी मे बीते दिवस दोपहर के 2 बजे जब लोग अपने अपने घरों पर आराम कर रहे थे, तभी अचानक इस कॉलोनी मे स्थित एक मकान मे एक के बाद एक दो फायर हुए, और फायरों की आवाज सुनकर लोग अपने अपने घरो से निकलकर बाहर दौड़े, जब लोग मकान मे पहुंचे तो तमाम लोगो के होश फाख्ता हो गये, नज़ारा ऐसा था की, घर मे एक नही बल्कि दो दो लाश खुन से लथपथ पडी थी, और लोगो ने तुरंत इसकी सूचना इलाका पुलिस को दी, पुलिस मौक़े पर पहुँची तो पता लगा एक पिता ने पहले अपनी बेटी की गोली मारकर हत्या की फिर खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या करली, घटना बड़ी थी तो पुलिस ने मामले की जाँच गंभीरता से कर रही है।

मृतक की पत्नी ने दी पति के विरुद्ध तहरीर

मृतक की पत्नी की तहरीर के आधार पर मृतक नरेन्द्र के खिलाफ बेटी की हत्या करने के मामले मे 302 के तहत मामला दर्ज किया है, वही दोनो मृतक पिता पुत्री के शवों को उनके घर वाले जिला मैनपुरी के पैतर्क गाँव रोरिया लेकर रवाना हुए है,जंहा दोनो के शबो का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

बंद मकानों की दीवारों में दब कर रह गई मां बेटी की चीखें

पुलिस के मुताविक शिक्षक नरेन्द्र यादब और पुत्री व पत्नी के बीच कहासुनी हुई, कहासुनी इतनी बड़ी कि मारपीट होने लगी और फिर चीख-पुकार मचती रही, लेकिन बंद मकानों की दीवारों में मां बेटी की चीखें दब कर रह गई, जब एक के बाद एक दो गोलियां चली तब गोलियों ने सन्नाटा, और आसपास के लोग घर की ओर दौड़ पड़े, तब तक काफी देर हो सकी थी, नरेन्द्र अपनी बेटी की हत्या कर चुका था, और नरेन्द्र ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या करली थी।

पड़ोसियों में है चर्चा

पड़ोसियों का कहना था की, नरेन्द्र की बेटी के प्रेम प्रसंग का मामला था, जिसको शिक्षक पिता पसंद नहीं करते थे और कई बार बेटी को समझाया भी था। इसी प्रेम प्रसंग के चलते यह घटना हुई,ओर लोगों कहना था कि कभी सोचा भी न था कि शिक्षक नरेन्द्र ऐसा कदम उठा लेंगे।

शिक्षक साथी ने बताया

मृतक शिक्षक नरेन्द्र यादब के साथी शिक्षक राजकुमार ने बताया कि एसकेएम इंटर कॉलेज में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो रहा है, शुक्रवार को नरेंद्र यादव के हिस्से में आई सभी उत्तर पुस्तिकाओं का उन्होंने मूल्यांकन पूरा कर लिया था, उस समय काफी हंसी ठिठोली की थी,ओर जब शिक्षक नरेन्द्र यादब से पूछा शनिवार को आओगे तो बोले मेरा मूल्यांकन तो पूरा हो गया,अव मैं क्या करूंगा आकर, और आज पता लगा यह घटना हो गई।

68500 भर्ती प्रक्रिया के दौरान अध्यापिका बनी थी जूही

आपको बतादे मृतक शिक्षक नरेन्द्र यादब की मृतक बेटी जूही 68500 भर्ती प्रक्रिया के दौरान अध्यापिका बनी थी,जो लगभग तीन साल पहले 68500 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया हुई थी, इसी प्रक्रिया में जूही यादव की नियुक्ति हुई थी,ओर जूही कासगंज जनपद के सोरों विकास खंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय मिर्जापुर पर तैनात थी, बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन तैनात शिक्षिका की मौत की खबर सुनकर बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और शिक्षक भी दंग रह गए हैं।

दिल्ली मे SSC की तैयारी कर रहा है मृतक का बेटा

मृतक शिक्षक नरेन्द्र यादब का बेटा अभिषेक एसएससी की तैयारी दिल्ली मे कर रहा है, शिक्षक नरेंद्र यादव का बेटा अभिषेक यादव भौतिक विज्ञान से एमएससी कर चुका है, वह दिल्ली में रहकर एसएससी की तैयार कर रहा है।

पति पुत्री की मौत के बाद सुधबुध खो बैठी मां

घटना के बाद से मृतक शिक्षक नरेन्द्र यादब की पत्नी शशि प्रभा गुमशुम हो गई है, और सुधबुध खो बैठी है, वे बार बार सशक्ति हैं तो कभी चीखने लगती हैं, एक तो उनका सुहाग उजड़ गया दूसरा बेटी की मौत हो गई, फिलहाल दोनो पिता पुत्री के शवों का पोस्टमार्टम हो गया है, और मृतक के परिवार वाले उनका शव जिला मैनपुरी के रुरिया गांव लेकर चले गये है।

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