3 बच्चों की मां नें अपने प्रेमी संग मिलकर की पति की हत्या,घर से 1किमी जाकर खेत में जलाया

रिपोर्ट:रण विजय सिंह

अमेठी:पत्नी ही निकली पति की कातिल, 3 बच्चों की मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर लाश को पुआल में रखकर जलाते हुए सुबूत कर दिया था नष्ट.

कहा जाता है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं उससे कोई बच नहीं सकता। अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो लेकिन कोई न कोई सबूत छोड़ ही जाता है। जिसके सहारे पुलिस अपराधियों तक पहुंचने में सफल हो जाती है। लेकिन आज के इस मामले में स्थानीय पुलिस की लापरवाही और नकारेपन की वजह से 35 वर्षीय युवक की हत्या के लगभग सवा महीने बाद हत्या का खुल सका है राज। मामला पुलिस अधीक्षक महोदय के संज्ञान में आने के 48 घंटों के भीतर ही हो गया रहस्योद्घाटन.

उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से पीपरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत घोरहवा गांव में रहने वाले शख्स की लाश जंगल में जली हुई मिली थी.जिसके बाद से पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी.

मृतक अपने परिवार को चलाने के लिए करता था मजदूरी

पारिवारिक परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। इसलिए दिनेश मिश्रा के पिता रोजी रोजगार के सिलसिले में पंजाब के लुधियाना में रहकर कमाते थे। यहां घर पर दिनेश मिश्रा और उसकी पत्नी प्रीती मिश्रा दोनों लोग रहा करते थे। धीरे-धीरे समय बीतता गया दिनेश और प्रीति से 3 बच्चे भी हो गए। इसी बीच में दिनेश की पत्नी अपने पति को छोड़कर अकेले ही 2 साल मुंबई में रहकर वहां पर कोई काम करती थी उसके बाद वह 7 महीने पट्टी में रहकर काम किया है। बाद में फिर वह घर पर ही रहने लगी। दिनेश प्रतिदिन सुल्तानपुर जाकर मजदूरी का काम किया करता था और शाम को वह वापस लौटता था। घर के परिजन बताते हैं कि जब दिनेश काम पर चला जाता था तब इसके घर पर हेलमेट लगाकर लाल रंग की गाड़ी से एक लड़का आता था.

परिजनों का कहना हैं 

मृतक दिनेश की पत्नी का किसी और से चक्कर चल रहा था कि पति के काम पर जाने के बाद वह किसी और युवक के साथ कही बाहर चली जाती थी.और पति के लौटने के पहले वह शाम को घर वापस आ जाती थी.

पति व पत्नी में हुआ विवाद

जब पत्नी के प्रेम संबध की बात दिनेश को पता चली तो दोनों के बीच विवाद हो गया.जिसके बाद उसने समझाने पर भी प्रेमी को ने छोड़ने की बात कही.

प्यार के आड़े आ रहा था पति

वहीं प्रीती ने अपने प्यार के आड़े आता देख अपने पति को रास्ते से हटाने का मन बना लिया था.जिसके बाद उसने एक दिन दिनेश के खाने में नींद की गोलियां दे दी । जिसके बाद वह गहरी नींद में सो गया। तब प्रीती ने अपने प्रेमी को बुलवाया। उसके प्रेमी अपने एक अन्य दोस्त को लेकर प्रीति के घर पहुंचा और फिर तीनों ने मिलकर दिनेश मिश्रा की गला दबाकर हत्या कर दी।.

हत्या

हत्या करने के बाद घर से  1 किमी दूर जलाया

हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए लाश को टुकड़ों टुकड़ों में काटा और उसको बोरे में भरकर गांव से लगभग 1 किलोमीटर दूर खेतों के बीचो बीच में रखे पुआल के ढेर में रखकर उसमें आग लगा दी। पुआल जहां पर रखा हुआ था वहां आसपास कोई गांव नहीं था। दूर से जब गांव वालों ने पुआल के ढेर को जलते हुए देखा तो समझा कि किसी कारणवश पुआल के ढेर में आग लग गई होगी। सुबह जब ग्रामीण वहां पर पहुंचे तो लाश के छोटे से अंश को कुत्ते नोच रहे थे.

सूचना पर पहुंची पुलिस ने कहा कि ‘कुत्ते की लाश है’.

इसकी सूचना ग्रामीणों ने स्थानीय थाना पीपरपुर में दी. तो सूचना पर पहुंची पुलिस व पीपरपुर थानाध्यक्ष संदीप राय के द्वारा ग्रामीणों को यह कहकर वापस कर दिया गया कि वह कुत्ते की लाश है। पुआल में बैठा कुत्ता आग में जल गया था और कुछ नहीं है।

फोन बंद होने पर पिता ने परिवार के लोगों से लिया हाल

मृतक दिनेश मिश्रा का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया लुधियाना से उसके पिता लगातार परेशान थे । उसके पिता ने अपने अन्य रिश्तेदारों से संपर्क किया। लेकिन कहीं पर भी दिनेश मिश्रा का कोई पता नहीं चल सका। थक हार कर दिनेश के ताऊ ने दिनेश की गुमशुदगी की सूचना पिछले 6 मार्च को स्थानीय थाने में दी।

पुलिस की नाकामी देखते हुए लगाई पुलिस अधीक्षक से गुहार

मृतक युवक के पिता शिकायत लेकर गौरीगंज स्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गए ।जहां पर उन्होंने जिले के एसपी डॉ इलामारन जी से मुलाकात कर पूरी दास्तान सुनाई। कप्तान साहब की संज्ञान में आने के बाद तत्काल आनन-फानन में कप्तान साहब ने मौके पर फॉरेंसिक टीम भेजकर कंकाल को एकत्रित कराते हुए जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाया । जहां पर यह पता चल सके कि वास्तव में वहां पड़ा कंकाल का अंश मानव का है अथवा किसी जानवर का। इसी के बाद स्थानीय थाने में गुमशुदगी का मुकदमा भी दर्ज हुआ और कप्तान साहब स्वयं निगरानी करना शुरू कर दिए।

पुलिस अधीक्षक 48 घंटे के अंदर किया घटना का खुलासा

पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने के 48 घंटे के भीतर ही मामला परत दर परत खोलने लगा और दिनेश मिश्रा की गुमशुदगी स्पष्ट हो गई कि वह गायब नहीं है बल्कि उसकी हत्या हो गई है। दिनेश मिश्रा के पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने दिनेश की पत्नी प्रीति को पकड़कर जब कड़ाई से पूछताछ की तो मामला स्पष्ट हो गया .

आरोपी पत्नी ने कबूला जुर्म

जिसमें उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि मेरा कमलेश वर्मा पुत्र रामनाथ वर्मा निवासी जमुआये थाना शिवगढ़ जनपद सुल्तानपुर से काफी दिनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था उसमें मेरे पति दिनेश मिश्रा व्यवधान डाल रहे थे जिसके कारण अपने पति दिनेश मिश्रा की हत्या के लिए मैंने अपने प्रेमी कमलेश वर्मा और उसके साथी विजय वर्मा को पिछले 13 तारीख को अपने घर बुलाकर अपने पति दिनेश मिश्रा को खाने में नींद की गोली देकर गहरी निंद्रा में होने पर रात्रि में अपने प्रेमी कमलेश वर्मा व उसके साथी विजय भावना के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या करके शव को गांव के पड़ोस में पुआल के ढेर में जला दिया तथा बचे हुए शव के अवशेष को नहर के किनारे मिट्टी में दबा कर छिपा दिया.

मृतक के बचे लाश के अवशेष

दिनेश मिश्रा की पत्नी प्रीति मिश्रा के बयान के आधार पर पुलिस ने मृतक के बचे हुए लाश के अवशेष को नहर के किनारे मिट्टी से बरामद किया और कमलेश वर्मा को भी गिरफ्तार किया.

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