‘हम को शाहों की अदालत से…’, असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर बोला हमला

KNEWS DESK- संसद के शीतकालीन सत्र में जबरदस्त हंगामा हुआ और आज आपराधिक कानूनों से जुड़े तीनों विधेयकों पर चर्चा हुई। इस दौरान ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इन विधेयकों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ये कानून जुर्म रोकने से सरकार के अपराधों को कानूनी शक्ल देने लिए बनाए जा रहे हैं।

एआईएमआईएम प्रमुख ने सरकार पर शायराना अंदाज में निशाना साधते हुए कहा, “हमको शाहों की अदालत से तवक्को तो नहीं, आप कहते हैं तो जंजीर हिला देते हैं.” उन्होंने कहा कि पिछले सेशन में मोदी सरकार ने जन विश्वास बिल पेश किया था, जिसमें 183 अधिनियम और 43 कानून थे. उनको निकाल कर फाइल में तब्दील कर दिया।

सरकार पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, “जन के लिए अविश्वास और धंधे के लिए विश्वास सरकार का मंत्र है.” उन्होंने कहा कि आज सूट पहनने वाला सजा से बच जाता है। खाकी पहनने वाला किसी को भी गोली मार सकता है और उसकी कोई जवाबदेही नहीं है।

AIMIM नेता ने कहा कि संसद में बैठे जिन लोगों पर आतंकवाद के आरोप हैं, वह इस कानून में बताएंगे कि आतंकवाद किया है। उन्होंने कहा कि देश के गरीब, दलित और मुसलमानों के लिए जिंदगी से बड़ी कोई सजा नहीं है। अगर कानून में संशोधन करना ही था तो उस अधिनियम को निकालना चाहिए था, जिसमें लोगों को बिना जुर्म के सालों जेल में रखने का मौका मिल जाता है।

मोदी सरकार पर बोला बड़ा हमला

हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, ”141 विपक्षी सांसदों को संसद से निलंबित कर दिया गया है. यदि विपक्षी सांसदों को अचानक ही निलंबित या निष्कासित कर दिया जाए तो लोकतंत्र में क्या बचता है? बीजेपी के पास संसद में प्रचंड बहुमत है, फिर भी वह विपक्षी आवाज के प्रति इतनी असहिष्णु क्यों है?”

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