KNEWS DESK- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के तत्वावधान में आगामी 2 फरवरी को आयोजित होने वाली राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा एवं राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की फरवरी माह में आयोजित होने वाली विभिन्न परीक्षाओं की तैयारियों के संबंध में मुख्यमंत्री निवास पर विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं को पारदर्शिता के साथ संपादित करने के लिए प्रतिबद्ध है और परीक्षाओं का आयोजन पूर्ण सजगता एवं सतर्कता के साथ किया जाएगा।
प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता-
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-पत्र संग्रहण और वितरण पर विशेष सतर्कता बरती जाए। जिला प्रशासन, पुलिस एवं आरपीएससी परस्पर समन्वय कर बेहतर पर्यवेक्षण और निगरानी के साथ परीक्षा संपादित करें। उन्होंने कहा कि प्रश्न-पत्रों की गोपनीयता एवं सुरक्षा सर्वोच्च होनी चाहिए। उन्होंने परीक्षाओं में अनुचित साधनों का उपयोग ना हो इसके लिए प्रभावी प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।
फरियाद के निस्तारण में ना बरतें कोताही- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कलेक्टर और एसपी फरियादी की फरियाद संवदेनशीलता के साथ सुनें एवं उनका त्वरित निस्तारण करें। जनता की समस्या के निदान में लापरवाही और देरी करने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी और सख्त कार्यवाही भी की जाएगी। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिये भी निर्देशित किया। साथ ही, उन्होंने जिला कलक्टर्स को महत्वपूर्ण कार्यों की नियमित समीक्षा करने के लिए भी निर्देशित किया।
परीक्षा केन्द्रों पर हों सुरक्षा के विशेष इंतजाम-
भजनलाल शर्मा ने संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त रहे और डिबार किये गए परीक्षार्थियों पर निगरानी करने लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों के निकट क्षेत्रों का सघन निरीक्षण भी किया जाए। स्थानीय पुलिस थाना विशेष सतर्कता के साथ कार्य करें। बैठक में आरपीएससी सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि डमी अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने से रोकने के लिए आवेदन पत्र और अटेंडेस शीट पर थंब इम्प्रेशन लेने का नवाचार भी किया गया है।
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