Ram Mandir Darshan: रामलला के दर्शन की टाइमिंग में हुआ बदलाव, पढ़ें 10 बड़े अपडेट्स

KNEWS DESK- अयोध्या में बीते 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। जिसके बाद दो दिनों में रामभक्तों की बड़ी संख्या दर्शन के लिए पहुंची है। राम मंदिर ट्रस्ट ने बताया है कि बुधवार (24 जनवरी) को 2.5 लाख लोगों ने मंदिर के दर्शन किए, जबकि पहले दिन 5 लाख लोग पहुंचे थे। ऐसे में रामलला के दर्शन की टाइमिंग में कुछ बदलाव किए गए हैं वो भी आपको बताते हैं-

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन यानी बुधवार को भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए अयोध्या जिला प्रशासन ने शहर की सीमाओं को कुछ देर के लिए सील कर दिया. आरएएफ और सीआरपीएफ के जवानों को मंदिर परिसर के बाहर तैनात किया गया।

प्रशासन ने बस्ती, गोंडा, अंबेडकर नगर, बाराबांकी, सुल्तानपुर और अमेठी मार्ग से आवागमन रोकने के लिए जिले की सीमा से 15 किलोमीटर पहले नाकेबंदी कर दी है. केवल आपातकालीन वाहनों और खराब होने वाली वस्तुओं को ले जाने वाले अन्य लोगों को जिले के कुछ हिस्सों में एंट्री की दी जा रही है।

अयोध्या तक चलने वाली सरकारी बसें और ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं. अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा कि हम स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं. हमने आपातकालीन वाहनों और खराब होने वाली वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को फैजाबाद में प्रवेश करने की अनुमति दी है।

श्रद्धालुओं की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर दर्शन और पूजन के समय को बढ़ाया गया है. सुबह 7 बजे से रात 7 बजे तक की टाइमिंग में बदलाव कर अब दर्शन का समय सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक कर दिया गया है।

मोबाइल और जूतों को रखने के लिए 8000 लॉकर्स बनाए गए हैं. सात ऑटोमैटिक लगैज एक्स-रे स्कैनर्स लगाए गए हैं और मंदिर में एंट्री-एग्जिट प्लान सेट किया गया है, ताकि भक्तों की भीड़ एक जगह इकट्ठा नहीं हो पाए।

मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि भगवान राम की मूर्ति के सामने दिन में दो बार करीब 15-15 मिनट के लिए पर्दा गिराया जाएगा. उन्होंने बताया कि मंगलवार को मंदिर को 3.17 करोड़ रुपये का चंदा मिला।

मंदिर में दर्शन के लिए बनाए गए एग्जिट-एंट्री प्लान के तहत राम जन्मभूमि पथ से आने वाले भक्तों को पहले अपने सामान की एक्स-रे जांच करवानी होगी. यहां से उन्हें एक अन्य फैसिलिटी में ले जाया जा रहा है, जहां सामान रखने के लिए 8000 लॉकर्स बनाए गए हैं।

लॉकर्स वाले सेंटर के बाद भक्तों को सिक्योरिटी चेक के लिए जाना है, जिसके बाद मंदिर में दर्शन का मौका मिलेगा. एग्जिट के समय उन्हें दान पेटी में पैसा डालने का ऑप्शन दिया जा रहा है. यहीं पर प्रसाद भी मिल रहा है. भक्तों को मंदिर परिसर के पीछे से एग्जिट करवाया जा रहा है।

एग्जिट से पहले लोगों से लॉकर्स की चाबी ली जा रही है और उन्हें उनका सामान दिया जा रहा है. एग्जिट गेट अस्थायी मंदिरृ के निकास और राम पथ से जुड़ा हुआ है, जहां लोगों के बाहर आने के लिए तीन पंक्तियां बनाई गई हैं।

मंदिर का कंस्ट्रक्शन 20 जनवरी से रुका हुआ है. राज्य सरकार ने वीवीआईपी लोगों से कहा है कि वे अयोध्या आने से पहले सरकारी अधिकारियों को इसकी जानकारी दें, ताकि व्यवस्था की जा सके. पीएम ने भी कैबिनेट सदस्यों से मार्च तक मंदिर नहीं जाने को कहा है।

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