शिमला में विधायक प्राथमिकता बैठक, बीजेपी विधायकों ने किया बहिष्कार

KNEWS DESK, शिमला स्थित राज्य सचिवालय में विधायक प्राथमिकता की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की। इस बैठक का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायकों ने बहिष्कार किया। पहले सत्र में कुल्लू, कांगड़ा, किन्नौर और ऊना जिलों के विधायकों की बैठक हुई।

मुख्यमंत्री सुक्खू का बीजेपी पर हमला

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सिर्फ राजनीति करने में जुटे हैं। उन्होंने बीजेपी नेताओं पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया।

बीजेपी के आरोपों को गलत बताया- CM सुक्खू

मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीजेपी के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि पिछले दो सालों में सबसे अधिक धन नाबार्ड के तहत पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र में ही गया है। सुक्खू ने कहा कि सिराज, करसोग, सुंदरनगर और अन्य बीजेपी विधायकों के गृह क्षेत्र में नाबार्ड के लिमिट भी पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बीजेपी विधायकों के साथ कोई भेदभाव नहीं कर रही है।

बीजेपी में गुटबाजी का आरोप

मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर गुटबाजी का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी पांच गुटों में बंटी हुई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के विधायक नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की बात भी नहीं सुनते। इसके अलावा, हिमाचल बीजेपी अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल को हटाने के लिए भी अंदरूनी संघर्ष चल रहा है।

बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप, कांग्रेस सरकार का बचाव

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि बीजेपी के विधायक विधानसभा की चर्चा से भी बचते हैं और विधायक प्राथमिकता की बैठक में भी नहीं आते। उन्होंने कहा कि यह गलत परंपरा स्थापित करने जैसा है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार सभी की बातें सुन रही है, लेकिन बीजेपी केवल राजनीति करने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रही है। उन्होंने कहा, “झूठ बार-बार सच से टकराता है, लेकिन अंत में सच की ही जीत होती है।”

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