KNEWS DESK, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होगी और इस दिन को लेकर सरकारी छुट्टी की घोषणा की गई है। उपराज्यपाल के आदेश पर इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई है। इसके तहत, दिल्ली विधानसभा के आम चुनाव के अवसर पर बुधवार 5 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के अधीन सभी सरकारी कार्यालयों, स्थानीय/स्वायत्त निकायों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।
दिल्ली में 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 83.49 लाख पुरुष और 71.73 लाख महिला मतदाता हिस्सा लेंगे। इसके अलावा, 1,261 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं। 25.89 लाख युवा मतदाता भी चुनाव में भाग लेंगे। दिल्ली के 70 निर्वाचन क्षेत्रों में से 58 सीटें सामान्य हैं, जबकि 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। कुल मिलाकर दिल्ली में 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।
दिल्ली में 13,033 मतदान केंद्र
दिल्ली चुनाव के लिए कुल 13,033 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जिनमें से दिव्यांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) और महिलाओं द्वारा प्रबंधित 70-70 मतदान केंद्र हैं।
19% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले: एडीआर रिपोर्ट
चुनाव अधिकार संस्था ‘एडीआर’ के विश्लेषण के अनुसार, दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ रहे 19% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2020 के चुनाव में यह आंकड़ा 20% था।
मुख्य मुकाबला: आप, बीजेपी और कांग्रेस के बीच
दिल्ली में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच है। इसके अलावा, असदुद्दीन ओवैसी और मायवती ने भी चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार उतारे हैं। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं, जबकि बीजेपी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एक सीट उसने सहयोगी जेडीयू और एक सीट चिराग पासवान की पार्टी को दी है।