KNEWS DESK- दिल्ली की पूर्व आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने दोनों नेताओं के खिलाफ 2000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के मामले में एफआईआर दर्ज कर दी है। यह मामला राजधानी दिल्ली में स्कूलों के लिए बनाए गए 12,748 कक्षाओं और भवनों के निर्माण से जुड़ा है, जिसमें भारी वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं।
एंटी करप्शन ब्रांच के मुताबिक, यह घोटाला स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना के अंतर्गत हुआ, जिसमें कक्षाओं की निर्माण लागत असामान्य रूप से अधिक थी। ACB के अनुसार, इस परियोजना को आप पार्टी से जुड़े 34 ठेकेदारों को दिया गया, और इनमें से अधिकतर ठेकेदारों का आम आदमी पार्टी से सीधा जुड़ाव पाया गया है।
क्या हैं आरोप?
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12,748 कक्षाओं और भवनों के निर्माण में अत्यधिक लागत वसूल की गई।
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निर्माण कार्य घटिया गुणवत्ता का था, लेकिन भुगतान बेहतर निर्माण तकनीक (RCC) के नाम पर लिया गया।
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परियोजना की लागत में भारी वृद्धि हुई, फिर भी एक भी निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हुआ।
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निर्माण में प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है, जिससे बच्चों की सुरक्षा पर भी खतरा पैदा हुआ।
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ठेकेदारों का चयन पक्षपातपूर्ण तरीके से किया गया और उनमें से अधिकांश कथित तौर पर आप पार्टी से जुड़े थे।
ACB ने इस मामले को लेकर कहा कि सभी दस्तावेजी सबूतों और खर्चों की जांच के बाद इस घोटाले की पुष्टि हुई है। अब इस मामले की गहन जांच की जाएगी और जरूरत पड़ने पर संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों से पूछताछ भी की जा सकती है।
यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब मनीष सिसोदिया पहले से ही शराब नीति घोटाले में जेल में हैं और सत्येंद्र जैन पर भी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कानूनी कार्रवाई जारी है। AAP ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया है और कहा है कि यह केंद्र सरकार की ओर से उनके नेताओं को बदनाम करने की कोशिश है। पार्टी ने दावा किया कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने वाले नेताओं को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है।
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