जानिए क्या है AFSPA जिसे मणिपुर में 6 महीने और गया बढ़ाया,जांच के लिए पहुंची CBI टीम

KNEWS DESK… मणिपुर के इंफाल शहर में 26 सितंबर को सुरक्षा बलों एवं छात्रों के बीच झड़प हो गई थी. जिसमें 1 शिक्षक समेत 54 छात्र घायल हो गये थे. छात्रों द्वारा यह विरोध प्रदर्शन जुलाई से लापता 2 छात्रों की हत्या को लेकर किया गया था.

दरअसल 23 सितंबर से राज्य में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिबंध हटाए जाने के बाद 2 छात्रों के शवों की तस्वीरें सामने आईं. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. अब इन घटनाओं के बाद मणिपुर में AFSPA अभी 6 महीने और लागू रहेगा. AFSPA कानून वह है, जिसके द्वारा अशांत क्षेत्रों में तैनात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को यह अधिकार दिया गया है कि वह कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को मारने एवं बिना वारंट के किसी भी परिसर की तलाशी ले सकता है.सरकार ने इसे 30 सितंबर को हटाने की घोषणा की थी. लेकिन यहां के हालात को देखते हुए अब सरकार ने अपना फैसला बदल दिया है. प्रदेश के 19 थाना क्षेत्रों को छोड़कर पूरे राज्य को अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. इस सिलसिले में जिन 19 थाना क्षेत्रों को AFSPA से अलग रखा गया है. उसमें इंफाल, लेंफेल, सिटी, सिंग्जमेई, सेकमई, लामसांग, पत्सोई, वांगोई, पोरोमपट, हेंगेंग, लामलाई, इरिलबुंग, लेमखोंग, थोबुल, बिष्णुपुर, नांबोल, मोइरोंग, काकचिंग एवं जिरिबम क्षेत्र शामिल हैं.

घटना की जांच के लिए CBI की टीम पहुंची इंफाल

जानकारी के लिए बता दें कि राज्य में 2 लापता छात्रों की हत्या के विरोध के बाद अब राज्य में हिंसा की घटनाएं बढ़ गई है. 26 सितंबर को पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी. जिसके बाद लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी प्रदर्शन जारी रहा. हजारों की संख्या में छात्रों ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए. वहीं दूसरी तरफ इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) की महिला शाखा ने भी 5 महीने के दौरान आदिवासियों की हत्या एवं बलात्कार की घटना को लेकर CBI जांच के आदेश में देरी होने पर चुराचांदपुर में प्रदर्शन किया. वहीं छात्रों की हत्या के मामले की जांच के लिए आज CBI की टीम इंफाल पहुंचेगी. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि इस मामले में केंद्र एवं राज्य सरकार एक साथ मिलकर काम कर रही है. दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा. बहुत जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.

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