पुंछ के इस गांव में नहीं मनाई जा रही ईद…..रोजा इफ्तारी के लिए फल ले जा रहे जवानों के ट्रक को बनाया था आतंकियों ने निशाना

जम्मू-पुंछ राजमार्ग  पर संगयोट क्षेत्र में गुरुवार को सैन्य वाहन पर हुए आतंकी हमले  की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुरू कर दी है. शुक्रवार को टीम ने पूरे घटनास्थल का दौरा किया और सबूत जुटाए। इस आतंकी हमले में पांच सैनिक शहीद हुए हैं, एक अन्य घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आतंकी हमले के बाद सांगियोटे गांव के निवासियों ने ईद नहीं मनाने का फैसला लिया है

दरअसल आपको बता दें सूत्रों से मिल रही जानकारी में पता चला है कि सेना का ट्रक पुंछ के एक गांव में होने वाली इफ्तार पार्टी के लिए फल और सामान ले जा रहा था. उसी दौरान आतंकियों ने सेना के ट्रक पर हमला कर दिया था जिसके चलते जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में हुए आतंकी हमले के बाद सांगियोटे गांव के निवासियों ने ईद नहीं मनाने का फैसला किया है. इसी गांव के पास सेना के ट्रक पर आतंकियों ने हमला कर दिया था, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए थे. वहीं एक जवान बुरी तरह से घायल हो गया था. स्थानीय लोगों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शाम 7 बजे होने वाले कार्यक्रम के लिए 4,000 की आबादी वाले गांव के कई लोगों को निमंत्रण भेजा गया था.  राष्ट्रीय राइफल्स की यूनिट द्वारा व्यवस्था की जा रही थी एवं पुंछ-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार दोपहर तीन बजे के करीब सेना की 49 राष्ट्रीय राइफल का एक सैन्य वाहन रसद लेकर भिंबर गली से गांव संगयोट स्थित सैन्य मुख्यालय की तरफ जा रहा था. जिस दौरान भाटादूड़ियां और तोता गली के बीच अचानक आतंकियों ने घने कोहरे व बारिश के बीच इस वाहन पर हमला कर दिया.

 

हमले के दौरान सबसे पहले आतंकियों ने  ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और ग्रेनेड से हमला किया. ग्रेनेड हमले से वाहन में विकराल  रूप से आग की चपेट में आने से पांच जवान शहीद हो गए. बारिश और कम दृश्यता के चलते उन्हें हमले के बाद आसानी से भाग निकलने का मौका मिल गया. हमले के तुरंत बाद जब सेना के जवान और आस-पास के भट्टा डूरियन के ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो उन्हें पांच सैनिकों के जले हुए शव मिले. छठे की हालत गंभीर थी, क्षतिग्रस्त फल और खाद्य पदार्थ चारों ओर बिखरे हुए थे. सांगियोट पंचायत के सरपंच मुख्तियाज खान ने बताया कि इफ्तार में आमंत्रित लोगों में वह भी शामिल हैं. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि ‘क्या इफ्तार जब हमारे पांच जवान उस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में शहीद हो गए. उन्होंने कहा कि ‘जैसे ही हमें सोशल मीडिया समूहों से आतंकी हमले के बारे में जानकारी मिली, गांव में निराशा छा गई थी. ‘हम भी वहां जाना चाहते थे, लेकिन तब तक पुलिस और सेना ने इलाके की घेराबंदी कर दी थी. उन्होंने कहा, “ग्रामीण शनिवार को ईद नहीं मनाएंगे; हम केवल नमाज अदा करेंगे. उन्होंने कहा, “मृतक हमारे गांव में तैनात आरआर यूनिट का हिस्सा थे व  हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों के साथ हैं.

सूत्रों से मिल रही जानकाारी के मुताबिक बता दें कि सेना व पुलिस एवं खुफिया एजेंसियों सहित सुरक्षा बल अभियान का ताल मेल बनाकर काम  कर रहे हैं. आतंकियों के लश्कर के होने व पाकिस्तान के होने का संदेह जताया रहा है. क्षेत्र में उनके प्रवेश के मार्ग के बारे में अधिक जानकारी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.

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