यूपी चुनाव 2022: समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक सुरेंद्र विक्रम सिंह ने थामा कांग्रेस का हाथ, जानें क्यों छोड़ा सपा का दामन?

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नेताओं का पार्टी बदलना काफी देखा गया है, चुनवा से पहले पार्टियों से पलायन कर दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे नेताओ का सिलसिला ख़तम नहीं हो रहा है। रविवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री सुरेंद्र विक्रम सिंह उर्फ पंजाबी सिंह समाजवादी पार्टी को छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।

बता दे, 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा पहुंचे पंजाबी सिंह ने 2017 में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के संयुक्त प्रत्याशी के तौर पर राकेश सिंह के पक्ष में प्रचार किया था और अखिलेश यादव के लिए अपनी सीट की कुर्बानी दी थी, लेकिन 2022 में समाजवादी पार्टी ने यहां से तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी राहुल लोधी को इस बार अपना प्रत्याशी बनाया और पंजाबी सिंह का टिकट काट दिया।

कांग्रेस के पास क्षेत्र में कोई बड़ा चेहरा नहीं था, कांग्रेस एक पास एक मौका था एक बड़े चेहरे को आने पाले में लाने का, साथ ही टिकट न मिलने से पंजाबी सिंह के पास अब पार्टी बदलने के अलावा कोई चारा नहीं था, ऐसे में दोनों को ही एक दूसरे की जरूरत थी और दोनों ने इस जरूरत को राजनैतिक सियासत की जरूरत मानते हुए उन्होंने कांग्रेस का हाथ थम लिया।

हरचंदपुर से हो सकते है पंजाबी सिंह कांग्रेस प्रत्याशी-
सूत्रों की मानें तो सियासी खेल के बीच हरचंदपुर से पंजाबी सिंह कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं. हालांकि, फिलहाल इसकी कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई लेकिन सोशल मीडिया पर पंजाबी सिंह की कांग्रेस के सदस्यता फार्म के साथ-साथ प्रियंका गांधी के साथ की तस्वीरें जरूर वायरल हो रही हैं. अभी इस बारे में पंजाबी सिंह से कोई बात नहीं हो पाई है. सूत्रों की मानें तो वह अभी भी दिल्ली में हैं और उनका फोन स्विच ऑफ है. रायबरेली पहुंचने के बाद वह मीडिया से बात करेंगे।

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