मठ, महंत और साजिश ! , क्या ब्लैकमेलिंग ने ली जान ?

पिछले 24 घंटों से आखाड़ा परिषद के महंत नरेन्द्र गिरि के मौत एक पहेली बनी हुई और आखिरकार अब मौत से पर्दा उठता हुआ नजर आ रहा है, सुसाइड नोट से एक बात साबित हो गया है की आखिरकार नरेन्द्र गिरि ने ये कदम क्यों उठाया और किसकी वजह से उठाया है, उन्होने सुसाइड नोट में पूरी कहानी बया की है आखिर किसने इतना मजबूर कर दिया की वो दुनिया से दूर चले गए, जी हां हम बात कर रहे है नरेन्द्र गिरि के उस कथित सुसाइड लेटर की जिसमें इसका जिक्र किया गया है

नरेन्द्र गिरि का कथित सुसाइड लेटर वायरल हुआ है जिसमें उन्होने साफ साफ लिखा है की वह अपने शिष्य  आनंद गिरि की वजह से आत्म हत्या कर रहे है, साथ में उन्होने यह भी लेटर में जिक्र किया है की वो ब्लैकमेलिंग की वजह से अपनी जान दे रहे है,  मतलब साफ है उन्होने लेटर में लिखा है की उनका शिष्य आनंद गिरि उन्हे बदनाम करने की साजिश रच रहा था, उन्होने लिखा है की वह एक लड़की के साथ मेरा वीडियो जारी करने की बात कही थी और मुझे लगा आखिरकार में किसको सफाई देते फिरूंगा, इससे अच्छा आत्महत्या ही कर लेना है,

13 सितंबर को करने वाले थे सुसाइड

 महंत नरेंद्र गिरि का जो सुसाइड नोट मीडिया के पास है उसमें ये भी लिखा है कि वह 13 सितंबर को भी आत्महत्या करने जा रहे थे लेकिन हिम्मत नहीं कर पाए। आज (20 सितंबर) जब हरिद्वार से सूचना मिली कि आनंद गिरी कंप्यूटर के माध्यम से किसी महिला या लड़की की फोटो को उनकी फोटो के साथ लगाकर उसे वायरल करने वाला है तो वह बेहद आहत हो गए।

 ये लोग मेरी मौत के जिम्मेदार हैं इन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए

महंत नरेंद्र गिरि ने अपने आखिरी खत में लिखा है कि उनकी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी की है। पुलिस अधिकारियों से मैं अनुरोध करता हूं कि इन पर एक्शन लिया जाए।

About Post Author