KNEWS DESK- बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में विष्णुदेव साय के नाम की घोषणा कर दी जिसके बाद आज मध्यप्रदेश में विधायक दल की बैठक है। ऐसे में कयास ये लगाए जा रहे हैं कि आज मध्यप्रदेश के लिए भी सीएम का ऐलान कर दिया जाएगा।
पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सुबह 11 बजे भोपाल बीजेपी कार्यालय पहुंचने की उम्मीद है। केंद्रीय पर्यवेक्षकों में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के प्रमुख के. लक्ष्मण और सचिव आशा लाकड़ा शामिल हैं। एक विधायक ने कहा कि हमें दोपहर एक बजे दोपहर के भोजन के लिए आमंत्रित किया गया है। बैठक शाम चार बजे शुरू होगी।
वर्ष 2004 के बाद से यह तीसरी बार है, जब भाजपा ने मध्य प्रदेश में केंद्रीय पर्यवेक्षक भेजे हैं। अगस्त 2004 में जब उमा भारती ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, तो पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद महाजन और अरुण जेटली को राज्य में केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में भेजा गया था।
नवंबर 2005 में जब बाबूलाल गौर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, तो विधायकों को नया मुख्यमंत्री चुनने में मदद करने के लिए राजनाथ सिंह को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में भेजा गया था। उस वक्त शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता चुना गया था।
इस बार भाजपा ने चौहान को मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पेश किए बिना विधानसभा चुनाव लड़ा। चौहान चार बार के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने 2005, 2008, 2013 और 2020 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
वर्ष 2003 के बाद से मध्य प्रदेश में भाजपा के सभी तीन मुख्यमंत्री, उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान, अन्य पिछड़ा वर्ग से रहे हैं। मध्य प्रदेश में ओबीसी की आबादी करीब 48 फीसदी है।
पटेल, तोमर, विजयवर्गीय, शर्मा और सिंधिया पहले ही नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार अमित शाह से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से भी मुलाकात की।